रंगारंग प्रोग्राम के बीच धूम-धाम से मना विश्व आदिवासी दिवस, परंपरागत नृत्य पर झूमे लोग
जमशेदपुर : विश्व आदिवासी दिवस पर शुक्रवार को टाउन हॉल में रंगारंग कार्यक्रम हुए। इन कार्यक्रमों में कलाकारों ने झारखंड की परंपरागत कला का प्रदर्शन कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। यहां आदिवासी संस्कृति और परंपरा की झलक देखने को मिली। दर्शकों से खचाखच भरे सभागार में आदिवासी परंपरा एवं संस्कृति को जीवंत करते कलाकारों की अद्भुत प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मेहमानों का का स्वागत पारंपरिक नृत्य एवं वाद्य यंत्रों के साथ लोटा-पानी से हुआ। कार्यक्रम में मंत्री बन्ना गुप्ता, डीसी अनन्य मित्तल, एसएसपी किशोर कौशल के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
आदिवासियों से विश्व को सीख लेनी चाहिए : बन्ना
इस मौके पर प्रोग्राम के चीफ गेस्ट स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि आदिवासियों की कला काफी धनी है। उन्होंने कहा कि इस मौके पर पूरी दुनिया को आदिवासियों से सीख लेनी चाहिए। जल, जंगल और जमीन को विश्व स्तर पर बचाना होगा। दुनिया में जल, जंगल और जमीन की अनदेखी से ही ग्लोबल वार्मिंग हो रही है। जल, जंगल और जमीन की सुरक्षा करने वाले लोग जुझारू होते हैं। आदिवासियों ने देश की आजादी की लड़ाई भी लड़ी है। बन्ना गुप्ता ने कहा कि वह इस दिवस पर आदिवासी समुदाय को बधाई देते हैं। वह सीएम का संदेश लेकर आए हैं।
प्रतियोगिता के विजेताओं को किया गया सम्मानित
सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ-साथ स्कूल स्तर पर आयोजित क्वीज, डांस, स्टोरी टेलिंग, पेंटिंग प्रतियोगिता के वितेजाओं को मंत्री बन्ना गुप्ता ने सम्मानित किया। मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, वन पट्टा, सर्वजन पेंशन, मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना, स्वयं सहायता समूह को क्रेडिट लिंकेज आदि योजना के 30 लाभुकों के बीच स्वीकृति पत्र एवं परिसंपत्ति का वितरण किया गया। साथ ही आदिवासी संस्कृति से जुड़े खानपान के स्टॉल भी विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे। कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक, संताली नृत्य, छऊ नृत्य, बाहा नृत्य पर स्थानीय कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी।
आदिवासियों की बेहतरी के लिए चल रही योजनाएं
डीसी अनन्य मित्तल ने सभी आदिवासियों को शुभकामना दी है। उन्होंने कहा कि यह विशेष दिवस आदिवासी परंपराओं, संस्कृति और प्रकृति के प्रति सच्चे प्रेम की याद दिलाता है। आदिवासी संस्कृति और परंपरा का अद्भुत समागम हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। राज्य सरकार आदिवासी भाई-बहनों की बेहतरी के लिए विभिन्न योजनायें संचालित कर रही है। जिला प्रशासन का प्रयास है कि इन योजनाओं को अंतिम शख्स तक पहुंचाया जाए। वन पट्टा का वितरण हो या मुख्यमंत्री रोजगार सृजन स्कीम, दुर्गम क्षेत्र की बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने के लिए छात्रवृत्ति या साईकिल वितरण आदि कई योजनाएं हैं जिससे गरीबों तक पहुंचाया जा रहा है।
आदिवासियों ने निकाली रैली
विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी समुदाय के लोगों ने एक रैली निकाली। यह रैली घाटशिला से निकल कर जमशेदपुर पहुंची। रैली पहले डिमना चौक पहुंची। डिमना चौक पर बाबा तिलका मांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। यहां से रैली साकची पहुंची। साकची में वीर बिरसा मुंडा पार्क पहुंच कर यहां वीर बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।