जमशेदपुर: युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के अधीन मेरा युवा भारत, नेहरू युवा केंद्र संगठन, पूर्वी सिंहभूम एवं करीम सिटी कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान से 11 नवंबर 2024 को नशीली दवाओं की लत और मादक द्रव्यों का सेवन विषय पर कार्यशाला का आयोजन करीम सिटी कॉलेज में किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में करीम सिटी कॉलेज के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज उपस्थित रहे। साथ ही जिला युवा अधिकारी अंजली कुमारी ,यूथ फेडरेशन के प्रमुख धर्मेंद कुमार, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ आले अली, एनएसएस कोऑर्डिनेटर सैयद साजिद परवेज , डॉ फरजाना अंजुम, डॉ पसारुल इस्लाम, डॉ उद्यम सिंह भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में करीम सिटी के मनोविज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ फिरोज इब्राहीम उपस्थित रहे। सबसे पहले मुख्य अतिथि डॉ मोहम्मद रेयाज ने इस विषय पर अपनी महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। उन्होंने ने कहा कि आज के युवाओं में नशीली दवाओं और अन्य मादक पदार्थों का सेवन एक गंभीर समस्या बन गया है, जिससे न केवल उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है, बल्कि समाज और परिवार पर भी नकारात्मक असर होता है। इसके बाद जिला युवा अधिकारी अंजली कुमारी ने नशीली दवाओं और मादक पदार्थों के सेवन के खतरों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कैसे यह समस्या युवाओं को शिक्षा और जीवन के सही मार्ग से भटका देती है। डॉ फिरोज इब्राहीम ने कहा कि नशीली दवाओं की लत (ड्रग एडिक्शन) एक गंभीर समस्या है जो व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित करती है। यह समस्या आजकल समाज में तेजी से फैल रही है, खासकर युवा वर्ग में। नशे की लत न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह व्यक्ति के परिवार, रिश्तों और समाज पर भी नकारात्मक असर डालती है। इसके प्रति जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है ताकि लोग इसके खतरों को समझें और इससे बच सकें। उन्होंने नशे की लत के कारण एवं उपचार को भी साझा किया। छात्रों ने मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों के पोस्टर से सभी को जागरूक किया। कार्यक्रम में एक प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों ने अपने सवाल पूछे और विशेषज्ञों ने उनके समाधान बताए। अंत में सभी का धन्यवाद ज्ञापन भूगोल विभाग की शिक्षिका डॉ फरजाना अंजुम ने किया। इस कार्यक्रम ने सभी उपस्थित लोगों में नशा सेवन के प्रति जागरूकता को बढ़ावा दिया और यह समझने में मदद की कि कैसे एक नकारात्मक कदम जीवन को प्रभावित कर सकता है। भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन जारी रखा जाएगा ।ताकि समाज को नशा मुक्त बनाया जा सके। कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों द्वारा आगे 6 दिनों तक जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।