नई दिल्ली : जब छात्रों ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन से छात्रों ने उनका जन्मदिन मनाने की जिद की तो उन्होंने कहा था कि अगर मानना ही है तो मेरे जन्मदिन की जगह शिक्षक दिवस मनाओ. शिक्षक और भारत के पहले उपराष्ट्रपति के जन्मदिन को तब से पूरे भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. वे एक महान विद्वान, शिक्षक और राजनेता थे. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपना जीवन शिक्षा और फिलॉसफी के क्षेत्र में समर्पित कर दिया.
डॉ राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर को तमिलनाडु में हुआ था. उन्होंने अपने विचारों औरर अध्यन के माध्यम से न केवल भारतीय फिलॉसफी को नया आयाम दिया, इसके साथ ही उन्होंने इसका प्रचार-प्रसार भी किया. पूरे भारत में उनके सम्मान में उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है.
कौन थे डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ?
भारत के पहले उपराष्ट्रपती रहे डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन फिलासफर, एजुकेशनिस्ट (शिक्षक) और राजनेता थे. 5 सितंबर 1888 को उनका जन्म तमिलनाडु के तिरुत्तनी गांव में हुआ था. इसके साथ ही वे भारत के भारत के दुसरे राष्ट्रपति भी रहे. मगर उनके विचारों और शिक्षा ने उन्हें एक महान शिक्षक बना दिया.