हाईस्कूल के बाद इंटरमीडिएट के लिए कौन सा सब्जेक्ट चुनें, आइए जानते हैं विशेषज्ञ की राय
दिल्ली : हाई स्कूल यानी कक्षा 10 की परीक्षा पास करने के बाद हर छात्र के मन में होता है कि इंटरमीडिएट की पढ़ाई के लिए कौन सा सब्जेक्ट चुना जाए। किस स्ट्रीम में पढ़ाई को आगे बढ़ाया जाए। क्योंकि भविष्य की नींव यहीं से शुरू होती है। इसलिए छात्रों को बहुत सोच समझकर फैसला लेना होता है कि आगे पढ़ाई की दिशा क्या हो। यही स्ट्रीम और सब्जेक्ट होते हैं जो छात्र का करियर तय करते हैं। इसलिए इंटरमीडिएट यानी कक्षा 11 में विषयों के चयन में बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। आई विशेषज्ञों से जानते हैं की कक्षा 11 में स्ट्रीम और विषय का चयन कैसे किया जाए।
पहले स्ट्रीम को समझें छात्र
हनीड्यू पब्लिक स्कूल के निदेशक डॉक्टर सुजीत कुमार माथुर कहते हैं कि सबसे पहले छात्र को इंटरमीडिएट से शुरू होने वाली साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स की स्ट्रीम के बारे में जानना चाहिए। साइंस में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और मैथ्स जैसे सब्जेक्ट हैं। अगर छात्र इस स्ट्रीम को लेकर आगे बढ़ता है तो भविष्य में इंजीनियरिंग, मेडिसिन और रिसर्च के क्षेत्र में वह अपना करियर बना सकता है। इसके बाद, दूसरी स्ट्रीम है आर्ट। अगर स्टूडेंट आर्ट्स स्ट्रीम में आगे बढ़ता है तो उसके विषय लिटरेचर, हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस और सोशियोलॉजी आदि होते हैं। इस स्ट्रीम के विषयों को लेकर इंटर की पढ़ाई करने वाला छात्र आगे पत्रकारिता, वकालत, समाज सेवा आदि क्षेत्र में जा सकते हैं। तीसरी स्ट्रीम है कॉमर्स। कॉमर्स में अकाउंटेंसी, इकोनॉमिक्स, बिजनेस स्टडीज जैसे विषय होते हैं। इससे छात्र कॉमर्स, फाइनेंस, बैंकिंग, मैनेजमेंट, बिजनेस जैसे क्षेत्र में अपना कैरियर बन सकता है।
अपनी रुचि और क्षमता के हिसाब से चुनें सब्जेक्ट
अब दूसरे नंबर पर छात्र को अपनी रुचि और अपने क्षमता के बारे में जानकारी होनी चाहिए। छात्र की क्या रुचि है। वह भविष्य में क्या बनना चाहता है। पढ़ाई में उसकी क्षमता क्या है। विशेषज्ञ बताते हैं कि जो बच्चे प्रयोग करना और नई चीज सीखना पसंद करते हैं। उनके लिए साइंस अच्छी रहती है। जो बच्चे सोचना पसंद करते हैं उनके लिए आर्ट अच्छा विकल्प है और अगर किसी को बिजनेस करना है या फिर कंपनियों में जॉब करना है तो उसके लिए कॉमर्स बेहतर विकल्प होगा। छात्र अपने करियर के बारे में भी सोचें। वह किस क्षेत्र में जाना चाहते हैं किस क्षेत्र में जॉब की ज्यादा संभावना है। टीचर्स और काउंसलर से सलाह लें। आपकी पढ़ने की शैली कैसी है। इस पर भी निर्भर करेगा कि आप इंटर में किस स्ट्रीम को पकड़ कर आगे चलें। कुछ छात्र थ्योरी में अच्छे होते हैं। तो कुछ प्रैक्टिकल में।
समाज या दोस्तों के दबाव में नहीं लें फैसला
जो आपको पसंद है उस विषय को चुनें। समाज या दोस्तों के दबाव में आकर कोई फैसला ना लें। अपनी पसंद और अपनी ताकत को पहचानते हुए अपने विषय का चयन करें। इंटरमीडिएट में चुनी गई स्ट्रीम जीवन भर का फैसला नहीं है। कई संस्थान बाद में स्ट्रीम बदलने का मौका भी देते हैं। अपने मन में बदलाव को स्वीकार करें। अगर किसी छात्र को लगता है कि उसने जो स्ट्रीम चुनी है वह उसके लिए काफी मुश्किल है। छात्र चुनी गई स्ट्रीम में पढ़ाई नहीं कर पा रहा है तो फिर अपने विषय और स्ट्रीम को बदल लें। खुले मन से सोचें। लोगों से सलाह लें और तभी आगे बढ़ें।