कितनी होती है जूनियर डॉक्टर की सैलरी ? प्राइवेटअस्पताल या सरकारी .. कहां मिलती है ज्यादा सैलरी ?
नई दिल्ली: डॉक्टरी एक ऐसा पेशा है जिसमें न केवल कड़ी मेहनत की जरूरत होती है, बल्कि गहरी प्रतिबद्धता भी अपेक्षित है। इसी वजह से डॉक्टरों को अक्सर भगवान का दर्जा दिया जाता है। 12वीं की पढ़ाई पूरी करने और NEET (नीट) को सफलतापूर्वक क्लियर करने के बाद, मेडिकल छात्र डॉक्टरी की पढ़ाई शुरू करते हैं। इसके बाद, इंटर्नशिप समाप्त करने के बाद उन्हें जूनियर डॉक्टर के रूप में नियुक्त किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस शुरुआती पद की, यानी जूनियर डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है? अक्सर MBBS की पढ़ाई कर रहे छात्रों के मन में यह सवाल रहता है। आइए, जानें इस बारे में।
MBBS जूनियर डॉक्टर पोस्ट सैलरी
भारत में डॉक्टर के करियर की शुरुआत जूनियर डॉक्टर के पद से होती है। ये वे डॉक्टर होते हैं जिन्होंने MBBS या समकक्ष डिग्री पूरी कर ली होती है और अब अस्पतालों में अपने करियर की शुरुआत करते हैं। इसके पहले, वे इंटर्नशिप पूरी करते हैं और फिर जूनियर डॉक्टर के रूप में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में सेवाएं देने लगते हैं। इस दौरान, वे वरिष्ठ डॉक्टरों के मार्गदर्शन में काम करते हैं।
महीने का कितना कमाते है जूनियर डॉक्टर ?
सरकारी अस्पतालों में जूनियर डॉक्टरों की सैलरी आमतौर पर ₹50,000 से ₹70,000 प्रति माह के बीच होती है। इसके अतिरिक्त, उन्हें जॉब सिक्योरिटी और विभिन्न भत्ते भी मिलते हैं, जिनमें हाउसिंग और ट्रांसपोर्ट अलाउंस शामिल होते हैं। अनुभव और विशेषज्ञता के आधार पर, जूनियर डॉक्टर की सैलरी समय के साथ बढ़ सकती है।
प्राइवेट अस्पतालों जूनियर डॉक्टर की कितनी सैलरी ?
प्राइवेट अस्पतालों में जूनियर डॉक्टरों की सैलरी ₹30,000 से ₹60,000 प्रति माह के बीच होती है। हालांकि, कुछ प्रमुख निजी अस्पतालों में यह ₹70,000 या उससे अधिक भी हो सकती है। यहां काम के घंटे सरकारी अस्पतालों की तुलना में अधिक हो सकते हैं। इस सैलरी की राशि अस्पताल, लोकेशन और पे स्केल के आधार पर थोड़ा कम या ज्यादा हो सकती है।