जमशेदपुर : इस साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाला करवा चौथ 20 अक्टूबर को यानि कल मनाया जाएगा। धार्मिक आस्थाओं के अनुसार, करवा चौथ का व्रत सुख समृद्धि और अच्छे भाग्य के लिए रखा जाता है। महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए ये व्रत रखती हैं। महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत का पालन करती है।
करवा चौथ के व्रत का पालन करने वाली महिलाएं सौभाग्यशाली मानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत के बारे में द्रौपदी को कृष्णा ने बताया था और माता पार्वती को भोलेनाथ ने बताया था। इस दिन मुख्य रूप से भगवान गणेश, मां गौरी और चंद्रमा की पूजा की जाती है। इस दिन महिलाएं चंद्रमा की पूजा कर अपने वैवाहिक जीवन में सुख की कामना करती हैं।
करवा चौथ पूजा तिथि और मुहूर्त
इस साल करवा चौथ 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन चतुर्थी की शुरुआत सुबह 06:46 बजे हो जाएगी और इसका समापन 04:16 बजे होगी। वहीं करवा चौथ के दो पूजा मुहूर्त होंगे, सबसे पहले अभिजीत मुहूर्त 11:43 बजे से दोपहर 12:28 बजे तक रहेगा। फिर दोपहर 01:59 बजे से दोपहर 02:45 बजे तक रहेगा।
करवा चौथ के दरान चंद्रमा का समय
इस बार करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय 07:54 बताया जा रहा है, इस समय महिलाएं चांद को देखकर अपना व्रत तोड़ सकती हैं।
करवा चौथ पूजन विधि :
1) सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें और साफ वस्त्र धारण कर लें। इसके साथ साथ पूजा घर की भी साफ सफाई कर लें।
2) इसके बाद अपनी सास द्वारा दिया गया भोजन करें। फिर भगवान की पूजा कर निर्जला उपवास का संकल्प करें।
3) सांझ के समय एक बेदी पर सभी भगवान की मूर्तियां स्थापित कर दे। इसमें 10-13 करवा चौथ की खास मिट्टी से करवे बनाकर रखें।
4) पूजन सामग्री में धूप, दीप, रोली, सिंदूर और चंदन आदि से थाली में सजा लें। दीप में शुद्ध देसी घी डाले और अधिक मात्रा में डाले ताकि वो जलता रहे।
5) यह उपवास परण सूर्योदय के बाद चांद को देखकर ही किया जाता है। इससे महिला का वैवाहिक जीवन सुखमयी होता है।