पुरे देश में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट को लेकर विवाद चल रहा है. इसी बीच बुधवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने युजीसी-नेट की परीक्षा को रद्द करने करने का फैसला किया है.
शिक्षा मंत्रालय ने युजीसी नेट की परीक्षा में पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए इस मामले की जांच CBI को सौंप कर एक बड़ा फैसला लिया है.
मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट को ले कर हो रहे विवादों के बीच शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित युजीसी-नेट की परीक्षा को रद्द करने करने का फैसला किया है. शिक्षा मंत्रालय ने इस मामले की जांच करणे की जिम्मेदारी CBI को सौंपा है. NTA ने पेपर लीक की खबर आने के बाद यह फैसला किया है. इस फैसले के बाद राजनीतिक सरगर्मी भी बढ़ गयी है विपक्ष ने सरकार पर सवाल उठाने खड़े कर दिए है.
मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट पर उठे अनियमिताओ को लेकर मंत्रालय ने पहले की परंपरा से हटकर, इस बार NET की परीक्षा एक ही दिन जो की 18 जून को पेन एंड पेपर मोड में राखी गयी. जिसमे रिकॉर्ड तोड़ छात्रों ने पंजीकरण किया था जिसकी संख्या कुल 11 लाख थी. अभी मंत्रालय के इस फैसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है.
सुनवाई के दौरान सुपीम कोर्ट ने कहा है की दोनों पक्षों को सुनने विना CBI जांच का फैसला नहीं दे सकते है. कोर्ट ने यह भी कहा है की भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने इस परीक्षा के पारदर्शिता और पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए यूजीसी नेट 2024 की परीक्षा रह करने का फैसला किया है। इसके जगह एक नयी परीक्षा का आयोजन किया गया है. जिसकी जानकारी अलग से साझा की जायेगी।
इस मामले पर विपक्ष ने भी सरकार पर पलट वार किया है. परीक्षा रद्द होने की खबर शिक्षा मंत्रालय ने X पर पोस्ट की थी जिसमे कहा गया था की छात्रों के हित की सुरक्षा करने के लिए और परीक्षाओं की पवित्रता की सुरक्षा करने के लिए प्रतिवद्ध है. नेट परीक्षा में जो भी व्यक्ति परीक्षा में धांधली करते हुए पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।
इस मामले पर विपक्ष ने भी सरकार पर पलट वार किया है. परीक्षा रद्द होने की खबर शिक्षा मंत्रालय ने X पर पोस्ट की थी जिसमे कहा गया था की छात्रों के हित की सुरक्षा करने के लिए और परीक्षाओं की पवित्रता की सुरक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है. नेट परीक्षा में जो भी व्यक्ति परीक्षा में धांधली करते हुए पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।
यह जानकारी मिलने के बाद कोंग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कोंग्रेस नेता प्रियंका गाँधी ने सरकार पर सवाल उठाया है और साथ ही साथ उन्होंने PM पर भी निशाना साधते हुए कहा की परीक्षाओ की बात तो बहुत करते है NEET पर कब बात करेंगे।
RJD नेता तेजस्वी यादव ने BJP पर निशाना साधते हुए लिखा की BJP के राज्य में हर एक परीक्षा का पेपर लीक होना 100% निश्चित है. वही महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे खेमे के नेता आनद दुबे ने तो NTA को खोखला कहते हुए उसे बंद करने तक की बात कर डाली।
RJD नेता तेजस्वी यादव ने BJP पर निशाना साधते हुए लिस्वा की BJP के राज्य में हर एक परीक्षा का पेपर लेअवल होना 100% निश्चित है. वही महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे खेमे के नेता आनद दुबे ने तो NTA को खोखला कहते हुए उसे बंद करने तक की बात कर डाली।
देश भर की यूनिवर्सिटीज में जूनियर रिसर्च फेलोशिप यानी JRF, असिस्टेंट पोफेसर के पद के और PhD एडमिशन्स के लिए यूजीसी नेट का एकम होता है. इस परीक्षा में 2 पेपर होते है जिसमे से एक पेपर 50 प्रश्न का होता है और दूसरा पेपर में 100 प्रश्न होते है हर एक प्रश्न 2 आंक का होता है. दोनों ही पेपर को पूरा करने के लिए 3 घंटे का समय उम्मीदवारों को दिया जाट है. पहला पेपर सभी उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य होता है और इस परिखा में कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है.
NEET परीक्षा का पेपर लीक का मामला पूरे देश में चल रहा है. जिसके तार बिहार से जुड़े हुए नज़र आ रहे है. पेपर लीक को लेकर कई राज्यों में विवाद हो रहे है कई हाई कोर्ट में और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. पटना में NEET परीक्षाओं के अंनियमितों को ले कर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOW) से रिपोर्ट मांगी गई है. मत्रालया के एक अधिकारी ने बताया की सरकार छात्रों के हितों की रक्षा के लिए और परीक्षाओं की पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्यवाई करेगी। उन्होंने यह भी कहा है की इस मामले में किसी भी व्यक्ति या संगठन के दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।