जमशेदपुर : यह तितलियों का संसार है। यहां कोल्हान में पाई जाने वाली पचत्तर किस्म की तितलियां मौजूद हैं। यहां बच्चे तितलियों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यहां तितलियों की पूरी जीवन शैली को प्रदर्शित किया गया है। बच्चे तितलियों के जीवन काल का सीन देख सकते हैं। इसे बटरफ्लाई जोन कहते हैं। यह बटरफ्लाई जोन टाटा जू में बनाया गया है। इस बटर फ्लाई जोन का उद्घाटन टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी ने किया।
इस अवसर पर तितली से संबंधित कई जानकारियां वीडियो के माध्यम से दी गईं और कई तितलियों को चाणक्य चौधरी एवं टाटा स्टील यूआईएसएल के प्रबंध निदेशक ऋतुराज सिंहा ने उडा कर आजाद किया।
चाणक्य चौधरी ने कहा कि हमने अभी विभिन्न तितलियों के बारे में जाना है। कोल्हान में ही पचत्तर किस्म की तितलियां पाई जाती है और इसके सीजन में पंद्रह अन्य प्रकार की तितलियां भी होती हैं।
उन्होंने बताया कि अभी जाडे की छुट्टी हो रही है। स्कूली बच्चे यहां आकर तितलियों के बारे में जानेंगे। यहां तितली के लार्वा से लेकर उसके पूरे जीवन काल तक का सीन देखने को मिलता है। तितली का जीवन मात्र साठ दिन का होता है। इसमें तितली को चालीस दिन लार्वा से लेकर बड़े होने तक का समय लगता है और बीस दिन ही उनकी जिंदगी रहती है।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रत्येक दो से तीन महीने में नए बाडे का इंतजाम किया जा रहा है और हमारे जैविक उद्यान में साल में दो-तीन बार विभिन्न प्रकार के नए पशु- पक्षी लाए जा रहे हैं। कुछ यहां से दूसरे जैविक उद्यान में भेजे जाते हैं। जल्दी ही हमें जनवरी-फरवरी में नए पशु – पक्षी भी देखने को मिलेंगे।