NEET का वो एक सवाल जो बदल के रख सकता है पूरा रिजल्ट, जाने क्या है वो सवाल
नई दिल्ली: भारतीय चिकित्सा प्रवेश परीक्षा (NEET) के परीक्षा परिणाम में गंभीर गड़बड़ियों का मुद्दा उठने पर सुप्रीम कोर्ट में एक नया विवाद सामने आया है। सोमवार को एक नीट छात्र ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। इसमें उन्होंने एक फिजिक्स प्रश्न को लेकर चुनौती दी है। इसमें कथित तौर पर दो सही उत्तर दिए गए थे।
नीट परीक्षा के वर्ष 2023 के परिणाम में उच्चतम न्यायालय में एक प्रश्न चर्चा का केंद्र बना था। इसमें दो विकल्पों में से चयन करने वाले छात्रों को अंक दिए गए थे। अगर वे दोनों उत्तरों को सही मानते थे। इस विवाद ने छात्रों के अंकों पर प्रभाव डालने के संदेह को जगाया है।
711 अंक प्राप्त करने वाले एक छात्र ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। यहां उन्होंने इस प्रश्न के लिए परीक्षा से जुड़े अधिकारियों द्वारा उठाए गए निर्णय के खिलाफ विरोध दर्ज किया। उनका कहना था कि प्रश्न में दो सही उत्तर थे, लेकिन अंक केवल उन्हें एक ही विकल्प के लिए मिले थे।
711 अंक पाने वाले छात्र की याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर
NEET में हुए विवादित प्रश्न के सम्बंध में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इस निर्णय के अनुसार, विशेषज्ञों की एक समिति बनाई गई है जो विवादित प्रश्न की जांच करेगी। समिति कोर्ट ने मंगलवार तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
नीट परीक्षा में एक याचिकाकर्ता ने दावा किया था कि भौतिकी के एक प्रश्न में दो विकल्प सही थे और इसके कारण कई छात्रों को अंक दिए गए थे। यह विवादित मामला नीट-यूजी परीक्षा में 711 अंक प्राप्त करने वाले एक छात्र द्वारा उठाया गया था।
याचिकाकर्ता के अनुसार, एनसीईआरटी के अपडेटेड संस्करण के अनुसार प्रश्न का विकल्प नंबर 4 सही था, लेकिन पिछले संस्करण के अनुसार विकल्प नंबर 2 भी सही माना गया था। इसके बावजूद, परीक्षा आयोजक नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने उन छात्रों को पूरे अंक दिए जो दोनों विकल्पों में से किसी एक को चुन लिया था।
यह मामला सुप्रीम कोर्ट में चर्चा का केंद्र बना है और अगले निर्णय तक प्रतीत होता है कि कोर्ट कैसे इस मुद्दे को सुलझाता है। विशेषज्ञों की समिति की रिपोर्ट के बाद कोर्ट अपना निर्णय देगी।
क्या है वो सवाल ? जाने …
वह सवाल जिसके बारे में चर्चा हो रही है, वह NEET-UG 2023 परीक्षा के भौतिकी विषय का सवाल का है, जिसका सेट और सवाल नंबर T3-23, T1-25, S1-20, R1-12, और R3-24 है।
नेशनल काउन्सिल ऑफ एड्युकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) के नए और पुराने एडिशन के मुताबिक, दो स्टेटमेंट्स पर आपत्ति दर्ज की गई है। पहली स्टेटमेंट के अनुसार परमाणु विद्युत रूप से उदासीन होते हैं क्योंकि उनमें पॉजीटिव और निगेटिव चार्ज बराबर होते हैं। जबकि, दूसरी स्टेटमेंट कहती है कि प्रत्येक तत्व अपने विशिष्ट स्पेक्ट्रम को उत्सर्जित करते हैं। इस विवाद के समाधान के लिए एक संविदान विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है, जो उपयुक्त उत्तर देने की प्रक्रिया में जुटी है।
प्रश्न: नीचे दो स्टेटमेंट दिए हैं
स्टेटमेंट 1 – परमाणु इलेक्ट्रिकली न्यूट्रल यानी विद्युत रूप से उदासीन होते हैं क्योंकि उनमें पॉजीटिव और निगेटिव चार्ज बराबर होते हैं।
स्टेटमेंट 2 – प्रत्येक तत्व (एटम) के परमाणु स्थिर होते हैं और अपना विशिष्ट स्पेक्ट्रम उत्सर्जित करते हैं।
ऊपर दिए स्टेटमेंट के अनुसार नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे एप्रोप्रियेट उत्तर का चुनाव करें।
ऑप्शन 1: स्टेटमेंट 1 सही है लेकिन स्टेटमेंट 2 गलत है।
ऑप्शन 2: स्टेटमेंट 1 गलत है लेकिन स्टेटमेंट 2 सही है।
ऑप्शन 3: स्टेटमेंट 1 और स्टेटमेंट 2 दोनों सही हैं।
ऑप्शन 4: स्टेटमेंट 1 और स्टेटमेंट 2 दोनों गलत हैं।
जवाब – नए NCERT एडिशन के अनुसार ऑप्शन 4 सही उत्तर है, और पुराने NCERT के अनुसार ऑप्शन 2।
सुप्रीम कोर्ट ने पूछा, NEET में गलत उत्तर का प्रयोग क्यों?
भारतीय चिकित्सा प्रवेश परीक्षा (NEET) में गलत उत्तर देने पर सुप्रीम कोर्ट ने NTA से पूछा कि क्यों उन छात्रों को अंक दिए गए, जिन्होंने नवीनतम NCERT संस्करण के अनुसार सही विकल्प 4 को नहीं चुना था। मुख्य न्यायाधीश ने भी स्पष्ट किया कि इस मुद्दे पर विस्तारपूर्ण जांच करने के लिए समिति बनाई जाएगी।
गरीब बच्चों की पढ़ाई में बड़े भाई-बहनों की किताबें इस्तेमाल: सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता
सरकार के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने स्पष्ट किया है कि कई गरीब छात्रों ने पढ़ाई के लिए अपने बड़े भाई-बहनों की NCERT की किताबों का उपयोग किया है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने मामले पर टिप्पणी करते हुए यह बताया कि छात्रों को NCERT के नए संस्करण का पालन करना होगा। उन्होंने भी बताया कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से देख रही है और समस्या का समाधान निकालने के लिए कदम उठाएगी।
खुद के नियमों के खिलाफ जा रहा है NTA
(NTA) को उसके नियमों के खिलाफ जाने का आरोप लगा दिया गया है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि विकल्प 2 को अंक देने से यह उनके नियमों के विपरीत है, जिसके तहत पुराने संस्करण का पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस फैसले से करीब चार लाख से अधिक छात्रों को लाभ हुआ है।
नीट रिजल्ट पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला आज:
NEET के विवादित प्रश्न के संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा निर्णय सुनाया है। इस निर्णय के अनुसार, जिन छात्रों ने प्रश्न में दोनों में से किसी भी विकल्प को चुना है, उन्हें अब 4 अंक मिलेंगे। इस फैसले के बाद अगर सुप्रीम कोर्ट कोई बदलाव का आदेश देता है, तो नीट के पूरे रिजल्ट और रैंकिंग में बदलाव आ सकता है। छात्रों के लिए यह फैसला महत्वपूर्ण हो सकता है क्योंकि प्रतियोगी परीक्षाओं में हर एक अंक की बहुत अहमियत होती है।