जमशेदपुर : हम सभी जानते हैं कि शिक्षा हमारे लिए बहुत ही जरुरी है. लेकिन आजकल शिक्षा के साथ-साथ खेल भी बच्चों के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है. खेल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत ही आवश्यक है. खेल से बच्चे शारीरिक और मानसिक तौर पर मजबूत बनते हैं. इसके साथ ही खेल से तनाव भी दूर किया सकता है. खेल के कई फायदे हैं. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
कोई भी खेल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए लाभकारी
ये कोई जरुरी नहीं है कि कोई एक खेल बच्चों के लिए लाभकारी हो सकता है. कोई भी खेल जिसमें बच्चे ग्रुप में खेलते हैं और अगर वह खेल आउटडोर खेल हैं तो ऐसे खेल बच्चों के लिए बहुत ही फायदेमंद होते है. इससे बच्चों में टीम बिल्डिंग, शेयरिंग और इंटरेक्शन के गुण विकसित होते है.
बच्चों के लिए खेल का सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना जरुरी
आजकल ऐसा देखा जा रहा है कि बच्चे आउटडोर खेल नहीं खेलना पसंद कर रहे हैं और वे अपने स्मार्टफोन, टीवी और अन्य गेजेट्स के साथ घंटों समय बिता रहे हैं. ऐसे में कहीं न कहीं ये गेजेट्स बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास को प्रभावित करती है. इसलिए मात-पिता को यह ध्यान रखना चाहिए जितना ज्यादा हो सके बच्चे आउटडोर खेल खेलें. इसके साथ ही बच्चों का स्क्रीन टाइम भी फिक्स करना चाहिए. बच्चे जितना आउटडोर खेल खेलेंगे वे मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रहेंगे.
न्यूज़ पेपर और किताबें पढ़ना बच्चों के लिए फायदेमंद
न्यूज़ पेपर और किताबें पढ़ने से बच्चों में सोचने और समझने की क्षमता विकसित होती है. इसके साथ ही ये चीजें उन्हें खेल भी मदद करती हैं. किताबें पढ़ने से एकाग्रता बढ़ती है। जो खेल में बहुत अहमियत रखता है. इससे किसी भी खिलाड़ी का खेलने का तरीका बेहतर हो जाता है। क्योंकि उसकी एकाग्रता अच्छी हो जाती है. इसके साथ ही किताबें पढ़ने से बच्चों की कम्युनिकेशन स्किल भी बेहतर हो जाती है.
फिजिकल एक्टिविटी बच्चों के लिए बेहद जरुरी, ये कई बीमारियों के लिए रामबाण
आजकल बच्चों में हाई कॉलेस्ट्रोल समेत कई बीमारी देखी जा रही है. एक्सपर्ट्स का कहना है फिजिकल एक्टिविटी कम होने की वजह से बच्चों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए बच्चों के लिए फिजिकल एक्टिविटी बेहद ही जरुरी है. इसके लिए बच्चों को आउटडोर खेल खेलना चाहिए. बच्चे अगर फिजिकली फिट रहेंगे तो उनका मेंटल हेल्थ भी ठीक रहेगा.
खेल और पढ़ाई में संतुलन होना जरुरी
खेल की वजह से पढ़ाई पीछे नहीं छूटनी चाहिए. बच्चों का खेल और पढ़ाई में संतुलन बना रहे इसके लिए माता-पिता को विशेष ध्यान देना चाहिए है. अगर कोई बच्चा खेल में बेहतर कर रहा है और उसे खेल में आगे बढ़ना है तो माता-पिता को इस पर और अधिक ध्यान देना होगा, ताकि खेल और पढ़ाई दोनों जारी रहे और किसी वजह से दोनों में से कोई भी बाधित न हो. ऐसा करने से बच्चे को अपने भविष्य के लिए ज्यादा तनाव महसूस नहीं होगा, वो अपने काम को लेकर काफी फोकस्ड रहेगा और साथ ही वह अपने क्षेत्र में बेहतर कर योग्दान दें पाएगा.