तो क्या चोटिल घोषित कर बचाया जा सकता था सिल्वर मेडल, जानें फोगाट प्रकरण का पूरा माजरा
नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक में हरियाणा की मशहूर रेस्लर विनेश फोगाट के मामले में एक चूक की बात सामने आई है। विनेश फोगाट के साथ मौजूद स्टॉफ और कोच की सूझबूझ से सिल्वर मेडल बचाया जा सकता था। विपक्ष की तरफ से इस तरह के बयान आ रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस मामले में आरोप लगाए हैं। इस बारे में कई जानकारों का भी बयान आ रहा है। वह चूक कहां हुई है। आइए जानते हैं कि विनेश फोगाट के मामले में क्या हुआ।
क्या है वेट कटिंग
जानकार बताते हैं कि अक्सर रेसलर वेट कटिंग करते हैं। आइए जानते हैं कि वेट कटिंग क्या है। वेट कटिंग रेस्लर तब करता है जब वह अपने वेट से कम वजन वर्ग में मुकाबला करता है। तब रेस्लर वेट कटिंग करता है और किसी भी तरह अपना वेट कम करता है। इसी को वेट कटिंग कहते हैं। इसीलिए अब ओलंपिक में एक भार वर्ग के मुकाबले
सेमीफानइल में अंडरवेट थीं फोगाट
कहा जा रहा है कि पेरिस ओलंपिक में जब विनेश फोगाट ने कुश्ती के फ्री स्टाइल मुकाबले में सेमीफाइनल में मुकाबला किया तो वह अंडर वेट थीं। उनका वजन 49 किलो 700 ग्राम था। फिर जीत के बाद उनका वजन अचानक कैसे बढ़ गया यह सवालों के घेरे में है। लोग इस मामले की जांच की मांग कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि लगातार कुश्ती के बाद उनका वजन और कम होना चाहिए था।
अधिकारियों को करनी चाहिए थी निगरानी
जानकारों का कहना है कि विनेश फोगाट के साथ गए अधिकारियों को उनकी निगरानी करनी चाहिए थी। वह क्या खा रही हैं। क्या पी रही हैं। इन सबको देखना चाहिए था। आखिर उनका वजन अचानक कैसे बढ़ गया। उनके डायटीशियन, फिजियोथेरेपिस्ट, साइकिलोजिस्ट आदि क्या कर रहे थे। कहा जा रहा है कि अगर विनेश का वजन ज्यादा था तो उसे कम वजन श्रेणी में खिलाना ही नहीं चाहिए था।
वजन अधिक था तो फाइनल से कर लेते विदड्रा
कहा जा रहा है कि अक्सर पहलवानों के सामने जब कभी ऐसी दिक्कत आती है तो वह मुकाबले से खुद को विदड्रा कर लेते हैं। कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला बताते हैं कि ओवरवेट होने वाले रेस्लर खुद को चोटिल दिखा देते हैं। ऐसे में उन्हें वजन नहीं कराना पड़ता। वजन तभी कराना पड़ता है जब वह फाइनल मुकाबले के लिए तैयार हों। कहा जा रहा है कि अगर विनेश फोगाट का वजन 100 ग्राम ज्यादा था तो उन्हें विदड्रा करा लेना चाहिए था। ऐसे में उनका सिल्वर मेडल बच जाता। कहा जा रहा है कि अगर ऐसा है तो सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए और इस चूक पर अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
सुशील के मामले में स्टाफ पर हुई थी कार्रवाई
इंडिया टुडे के स्पोर्ट्स रिपोर्टर राहुल रावत का कहना है कि एक बार सुशील के साथ भी हुआ था। सुशील 60 ग्राम से ओवरवेट हो गए थे। तब भारतीय कुश्ती संघ ने सुशील के स्टाफ पर कार्रवाई की थी। राहुल रावत ने विनेश फोगाट के साथ हुए मामले में किसी भी तरह की साजिश से इंकार किया है।
विपक्ष भी उठा रहा सवाल
कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने इस मामले में सवाल उठाया है। राहुल गांधी ने कहा है कि विनेश फोगाट पर पूरे देश को गर्व है। वह इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बता रहे हैं। कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अगर विनेश फोगाट ओवरवेट हो गई थीं तो उन्हें चोटिल दिखा कर वजन के लिए ही नहीं ले जाया जाता। ऐसा कर सिल्वर मेडल बचाया जा सकता था।
अंदरखाने क्या हुआ समय पर पता चलेगा
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि अगर कोई वेइंग मशीन पर बार बार चढ़े उतरे तो उसका वजन घट जाता है। विनेश फोगाट को लेकर जो हुआ वह वाकई चौंकाने वाला है। अंदरखाने क्या हुआ यह तो समय पर सामने आ ही जाएगा।