हाईवे बनने के बाद जगह-जगह लोगों को टोल टैक्स देना होता है, जिसकी अव्यवस्था और राशि को लेकर कई बार लोगों की नाराजगी सामने आई है। अब सरकार ने इस मुद्दे पर बड़ा फैसला लिया है।
मौजूदा सिस्टम समाप्त
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की है कि नेशनल हाईवे पर लगने वाले टोल को समाप्त करने का फैसला लिया गया है। इससे मौजूदा सिस्टम की व्यवस्था को समाप्त किया जाएगा और टोल प्लाजा पर होने वाली भीड़ भी खत्म होगी। इसके साथ ही लोगों को समय की भी बचत होगी और उन्हें बहसबाजी से भी राहत मिलेगी।
सैटेलाइट बेस्ड टोल कलेक्शन
नए सिस्टम के तहत, देश में सैटेलाइट बेस्ड टोल कलेक्शन की शुरुआत की जाएगी। इसके अनुसार, टोल प्लाजा के बजाय आपके बैंक खाते से पैसे कटेंगे, जिससे आपकी यात्रा की दूरी के आधार पर शुल्क लिया जाएगा। यह नया सिस्टम दो महीने के भीतर लागू हो सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर आधारित
इस निर्णय से भारत दुनिया के पांच देशों में शामिल हो गया है, जहां सैटेलाइट बेस्ड टोल सिस्टम पहले से ही कार्यरत है। इनमें जर्मनी, हंगरी, बुल्गारिया, बेल्जियम और चेक रिपब्लिक शामिल हैं।
नए सिस्टम के फायदे
- भीड़ समाप्त: टोल प्लाजा पर होने वाली भीड़ खत्म होगी, जिससे यातायात सुचारू रहेगा।
- समय की बचत: यात्रियों को समय की बचत होगी और ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।
- अव्यवस्था का अंत: टोल प्लाजा पर होने वाली बहसबाजी और अव्यवस्था समाप्त होगी।
- आधुनिक तकनीक: सैटेलाइट बेस्ड सिस्टम आधुनिक और अधिक पारदर्शी होगा।
इस नए सिस्टम के आने से भारत के परिवहन व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण बदलाव आएगा और यातायात में सुधार होगा।