साकची में हुई गेदरिंग, नए राइडर क्लब में हुए शामिल
जमशेदपुर : यह क्लब हर साल देश के कोने कोने में राइड करता है। क्लब के सदस्य दूर दराज शहरों में जाते हैं और वहां जागरूकता अभियान चलाते हैं। बुलेट मेल्टर्स क्लब ने साकची में अपने कोर मेंबर्स के साथ एक गेदरिंग की। इस गेदरिंग में नए साल में भूटान, तमिलनाडू, हैदराबाद, मुंबई, कश्मीर, लद्दाख आदि जगहों की राइड करने का खाका तैयार किया गया है।
इस साल अब तक क्लब के मेंबर्स ग्रुप बना कर दार्जिलिंग, मेघालय, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, गुवाहाटी, चेन्नई, तिरुपति बालाजी, मध्यप्रदेश, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गोवा, भूटान और नेपाल की यात्रा पर गए। मेल्टर्स क्लब के धनंजय महतो ने बताया कि इन राइड के लिए राइडर के छोटे छोटे ग्रुप बनाए जाते हैं। एक ग्रुप में पांच राइडर्स होते हैं। नेपाल और भूटान से राइड कर वापस आने वाले राइडर्स ने अन्य राइडर्स को वहां के अनुभव बताए। उन्हें बताया कि नेपाल और भूटान जाने के लिए उनके पास क्या क्या दस्तावेज होने चाहिए। राइडर्स ने बताया कि जब भी वह लोग किसी प्रदेश में राइड के लिए जाते हैं तो वहां उन्हें कोई दिक्कत नहीं होती। क्योंकि, बुलेट मेल्टर्स क्लब पूरे प्रदेश में फैला हुआ है। जब भी कहीं कोई दिक्कत होती है तो उस शहर के क्लब के लोगों को सूचना दे दी जाती है।
बुलेट मिस्त्री सोचते थे कि कब राइड करेंगे
राइडर धनंजय महतो की डिमना रोड पर दुकान है। वह बुलेट मोटरसाइकिल के अच्छे मैकेनिक हैं। वह बताते हैं कि साल दो हजार में कोलकाता से राइडर्स जमशेदपुर आते थे। वह जब डिमना रोड से गुजरते थे तो उन्हें भी लगता था कि वह भी इस तरह की राइड करें। धनंजय महतो ने बताया कि उन्होंने तभी से कोशिश शुरू कर दी थी। साल दो हजार आठ में वह राइडर बनने में सफल हुए। वह बताते हैं कि वह आठ बार दिल्ली की राइड पर गए हैं। कई बार पंजाब भी गए। एक बार चेन्नई गए। धनंजय महतो ने बताया कि चेन्नई में उन्हें भाषाई दिक्कत आई थी।
बुलेट मोटरसाइकिल से ही होती है राइड
एक राइडर्स ने बताया कि उनके क्लब में तकरीबन बहत्तर लोग हैं। यह राइड बुलेट मोटरसाइकिल पर ही होती है। किसी खास मकसद के लिए की जाती है। यह खास मकसद है जनता के बीच एक बडे इश्यू के लिए जागरूकता फैलाना। उन्होंने बताया कि इस साल जो राइड की गईं उसमें रोड सेफ्टी, बेटी बचाओ बेटी पढाओ और पानी की बर्बादी रोको जैसे इश्यू शामिल थे। साकची में हुई इस गेदरिंग में राइड के दौरान रोड सेफ्टी पर भी मंथन किया गया। राइडर्स से कहा गया कि जब भी वह राइड करें हेलमेट जरूर लगाएं। बूट पहनें। साथ ही राइडिंग जैकेट, घुटनों के गार्ड, छाती व पीठ के गार्ड और कोहनी के गार्ड का प्रयोग करें। सभी राइडर्स को राइड के नियम बताए गए। सभी से कहा गया कि जब भी वह राइड कर रहे हों और उनके पीछे एंबुलेंस हो तो उसे फौरन आगे जाने का रास्ता देना है। सडक पर चल रहे अनुशासनहीन चालकों से दूरी बनाए रखनी है। राइडर के पास हमेशा फर्स्ट एड किट होनी चाहिए। इस गेदरिंग में मेल्टर्स क्लब में कुछ नए सदस्य शामिल हुए हैं। यह नए सदस्य अगले साल देश के विभिन्न शहरों को रवाना होंगे। नए साल की राइड किन इश्यू पर जागरूकता के लिए होगी। इस पर भी चर्चा की गई।