बिहार में लोक परीक्षा बिल पारित, एग्जाम में गड़बड़ी करने पर 10 साल की सजा व एक करोड़ का जुर्माना
पटना : भर्ती व एंट्रेंस परीक्षाओं में गड़बड़ी रोकने के लिए बिहार में एक अहम कदम आज उठाया गया है। बिहार विधानसभा में बुधवार को ‘बिहार लोक परीक्षा (अनुचित साधन निवारण) बिल ‘ पारित कर दिया गया । इस बिल के पास हो जाने के बाद अब बिहार में होने वाली भर्ती या एंट्रेंस परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पेपर लीक करने या अन्य गड़बड़ी करने वाले गिरोह को 10 साल की सजा और एक करोड़ रुपये के जुर्माने का प्रावधान किया गया है। सामान्य व्यक्ति द्वारा गड़बड़ी किए जाने पर पांच साल की सजा और 10 लाख रुपये का जुर्माना किया जाएगा।
एजेंसी ने गड़बड़ी की तो जुर्माने के साथ संपत्ति होगी जब्त
इस कानून के अनुसार अगर भर्ती या एंट्रेंस परीक्षा की जिम्मेदारी निभाने वाली एजेंसी अपने स्तर से कोई गड़बड़ी करते हुए पकड़ी जाती है तो उस पर एक करोड़ रुपये का जुर्माना किया जाएगा। साथ ही एजेंसी को चार साल के लिए डिबार कर दिया जाएगा। यानि, चार साल तक एजेंसी को बिहार में परीक्षा कराने की जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। यही नहीं, एजेंसी से एक करोड़ रुपये का जुर्माना वसूल किया जाएगा। साथ ही उसकी बिहार में मौजूद संपत्ति जब्त कर ली जाएगी।
डीएसपी स्तर के अधिकारी करेंगे जांच
इस कानून मं प्रावधान किया गया है कि अगर किसी परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत सामने आती है तो डीएसपी स्तर के अधिकारी मामले की जांच करेंगे। बिहार सरकार के विधायक और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इस बिल को विधानसभा में पेश किया। इसके बाद विपक्ष के वॉकआउट के बावजूद इसे बहुमत से पारित कर दिया गया। बिहार में भर्ती परीक्षाओं में अनुचित साधनों का उपयोग करने वालों के लिए यह एक बड़ी चेतावनी है। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कठोर कार्रवाई की जाए।
परीक्षा संपन्न कराने को बिहार ने दिखाया दम
इस बिल के पारित होने से बिहार सरकार ने व्यापक रूप से साबित किया है कि वह नौकरी परीक्षाओं में न्यायपूर्णता और ईमानदारी को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से समर्थ है। यह एक सकारात्मक कदम है जो बिहार की जनता के विश्वास को फिर से जीतने में मदद करेगा। अब यह देखना है कि इस बिल के प्रावधान का उपयोग कैसे किया जाएगा और क्या यह वाकई में राज्य में शिक्षा माफिया पर कानून का राज चलेगा। क्योंकि, नीट-यूजी मामले में पेपर लीक गिरोह बिहार में ही काम कर रहा है। इस गिरोह के कई सदस्य गिरफ्तार हो चुके हैं। जबकि, सरगना फरार है। सीबीआई उसकी तलाश कर रही है।
गड़बड़ी करने वालों पर नए कानून के तहत होगी कड़ी कार्रवाई
राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा-स्नातक’ और नीट-यूजी 2024 प्रश्नपत्र लीक मामले को लेकर हाल ही में गड़बड़ी और अन्य परीक्षाओं में भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायतें सामने आई हैं। लेकिन, अब माना जा रहा है कि कार्रवाई तेजी से होगी और सरकार शिक्षा माफिया पर लगाम कस सकेगी। अगर, कानून को ठीक से धरातल पर उतारा जा सका तो बिहार सरकार परीक्षा को लेकर छात्रों का भरोसा जीत सकेगी।