UPSC कि नई चेयरपर्सन बनीं प्रीति सूदन, जानें क्या हैं चुनौतियां?
नई दिल्ली: पूर्व यूनियन हेल्थ सेक्रेटरी प्रीति सूदन को UPSC चेयरपर्सन बनाया गया है। उन्हें साल 2022 में UPSC का मेंबर भी बनाया गया था। प्रीती UPSC के चेयरपर्सन के रूप में अपना कार्यभार 1 अगस्त को संभालेंगी। वह आंध्र प्रदेश कैडर से 1983 बैच की IAS अधिकारी थीं। वह जुलाई 2020 में स्वास्थ्य सचिव के रूप में सेवानिवृत्त हुईं और महिला एवं बाल विकास और रक्षा मंत्रालयों में भी काम किया। आंध्र प्रदेश कैडर में उन्होंने वित्त और योजना, आपदा प्रबंधन, पर्यटन और कृषि को संभाला। इनकी न्युक्ति तब हुई जब UPSC के पूर्व चेयरपर्सन मनोज सोनी ने इस महीने की शुरुआत में अपना कार्यकाल समाप्त होने के पहले इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने ‘व्यक्तिगत कारणों’ से इस्तीफा दिया था। प्रीति सूदन ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र और सामाजिक नीति और योजना में डिग्री हासिल की है। इसके अलावा, वाशिंगटन में सार्वजनिक वित्त प्रबंधन में ट्रेनिंग ली है।
पूजा खेडकर की घटना के बाद यूपीएससी पर उठ रहे सवाल
यूपीएससी ट्रेनी आइएएस रहीं पूजा खेडकर की घटना के बाद इन दिनों चर्चा में है। हालांकि, पूजा खेडकर का सेलेक्शन रद कर दिया गया है। फिर भी, यूपीएससी पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर पूजा खेडकर आइएएस में चयनित होने में कैसे कामयाब हो गईं। यूपीएससी के अधिकारी पूजा खेडकर के फर्जीवाड़े को शिकायत के बाद भी पकड़ क्यों नहीं पाए।