नई दिल्ली: हिंदू पंचांग के अनुसार परिवर्तिनी एकादशी 14 सितंबर को मनाया जाएगा। हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की एकादशी को व्रत का पालन किया जाता है। यह तिथि भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए काफ़ी कारगर मानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत का पालन करने से सारे किए गए पाप माफ हो जाते हैं।
परिवर्तिनी एकादशी शुभ मुहूर्त
भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 13 सितंबर, शनिवार के दिन रात 10:30 बजे से शुरू होगी। वहीं 14 सितंबर, रविवार के दिन रात 8:41 बजे इसकी समाप्ति होगी। 14 सितंबर को परिवर्तीनी एकादशी के व्रत का पालन किया जाता है।
परिवर्तिनी एकादशी पूजन विधि
1) इस दिन सवेरे जल्दी उठकर सबसे पहले भगवान विष्णु का ध्यान करें।
2) इसके बाद साफ सुथरे पीले वस्त्रों का धारण करें।
3) मंदिर की सफाई करें और पूर्ण निष्ठा से व्रत का संकल्प लें।
4) इसके बाद भगवान की चौकी पर पीला कपड़ा बिछाकर उस पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा को स्थापित करें।
5) इसके बाद उनको फल और फूल अर्पित करें।
6) घी का दीपक जलाएं और विधि अनुसार आरती करें।
7) विष्णु चालीसा का पाठ करें और व्रत पालन करें।
8) भगवान को पंचामृत और फल का भोग लगाएं।
9) व्रत का पारण द्वितीय तिथि में करें।