एनटीए ने शुल्क आय के रूप में 1,065 करोड़ रुपये अर्जित किए, जानें कितना हुआ कुल खर्च
नई दिल्ली : NTA जिसकी स्थापना 2018 में हुई थी। इस साल बार-बार प्रवेश परीक्षाओं को रद्द करने, पेपर लीक होने और अनियमितताओं के आरोपों के कारण सुर्खियों में रही है। पेपर लीक NEET UG 2024 विवाद से जुड़ा मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। अब UGC NET, CSIR UGC NET, NCET और CUET UG 2024 के देर से आने वाले परिणाम के बाद NTA के वर्किंग मॉडल पर भी राज्यसभा में सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक के तन्खा ने 31 जुलाई को लोकसभा में केंद्र सवाल पूछा कि आवेदन पत्रों और अन्य सेवाओं के माध्यम से एनटीए द्वारा उत्पन्न कुल राजस्व के बारे में बताएं। शिक्षा मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ सुकांत मजूमदार ने जवाब दिया कि एजेंसी एकत्र किए गए परीक्षा शुल्क के बारे में सेल्फ इंडिपेंडेंट है। उन्होंने कहा कि एजेंसी की 2023-24 में अनुमानित शुल्क आय 1065.38 करोड़ रुपये और कुल खर्च 1020.35 करोड़ रुपये था।
एनटीए की आमदनी में हुई बढ़ोतरी
NTA ने 5.4 करोड़ से अधिक उम्मीदवारों को शामिल करते हुए 240 से अधिक परीक्षाएं आयोजित की हैं। एजेंसी ने 2022 में CUET UG और PG परीक्षा शुरू की। आंकड़ों के अनुसार, CUET के बाद, शुल्क आय और कुल खर्च में वृद्धि दर्ज की गई प्रतीत होती है – शुल्क आय 2021-22 में 490.35 करोड़ रुपये से बढ़कर 2022-23 में 873.20 करोड़ रुपये और 2023-24 में 1065.38 करोड़ रुपये हो गई। प्रतियोगी परीक्षाओं में आने वाली संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए, उन्हें सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए विभिन्न उपाय किए जाते हैं। इन उपायों में किसी संभावित गड़बड़ी को खत्म करने के लिए बायोमीट्रिक कैप्चरिंग, तलाशी लेने, सीसीटीवी निगरानी, एआई एनालिटिक्स जैसी सेवाएं प्रदान करने के लिए विशेष/अनुभवी एजेंसियों की नियुक्ति शामिल है।
एनटीए में हैं कुल 139 कर्मचारी
NTA को महानिदेशक की अध्यक्षता में एक आत्मनिर्भर संगठन के रूप में स्थापित किया गया है, जिसे केंद्रीय स्टाफिंग योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है। इसके अलावा, NTA में प्रतिनियुक्ति पर काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या वर्तमान में 22 है। संविदा कर्मचारियों की संख्या 39 और आउटसोर्स कर्मचारी 132 हैं। 1 कर्मचारी अपने मूल विभाग से हटा कर NTA में भेजा गया है।