पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने टीचर रिक्रूटमेंट प्रोसेस को लेकर एक जरुरी ऐलान किया है। राज्य सरकार ने अपनी टीचर रिक्रूटमेंट मैन्युअल में सुधार करते हुए 1.50 लाख शिक्षकों की नई वापसी की राह साफ कर दी है। इस आवश्यक कदम के अनुसार, टीचर कैंडिडेट्स को अब तीन नहीं बल्कि पांच बार परीक्षा देने का सुनहरा अवसर मिलेगा। इससे हमारे देश के लाखों कैंडिडेट्स को बेनिफिट होगा।
मैन्युअल में चेंज से कितने फायदे हैं ?
हाल ही में राज्य सरकार ने टीचर रिक्रूटमेंट मैन्युअल में बहुत से चेंजेस किए हैं। इसके अनुसार, जिन कैंडिडेट्स ने पहले तीन स्टेजेस की परीक्षा में भाग लिया था और उनका अटेम्प्ट पूरा हो गया था। उन्हें उसके अलावा और दो अटेम्प्ट दिए जाएंगे। इससे पूरे 2.50 लाख टीचर कैंडिडेट्स को सीधा बेनिफिट मिलेगा। यह कदम उन कैंडिडेट्स के लिए एक रिलीफ है। इनके पास अब और मौका होगा अपने भाग्य को परखने का।
बीपीएससी की परीक्षा की डिटेल्ड जानकारी
बीपीएससी ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के चार चरणों में परीक्षा का आयोजन किया है:
1. पहला स्टेज: इस स्टेज की परीक्षा 19 से 22 जुलाई 2023 तक आयोजित की गई थी, जिसमें 1,70,461 पदों पर वैकेंसी थी।
2. दूसरा स्टेज: इस स्टेज की परीक्षा 7, 14 और 15 दिसंबर 2023 को हुई, जिसमें 1,22,286 पदों पर बहाली की गई थी।
3. तीसरा स्टेज: 87774 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा 15 मार्च 2024 को आयोजित की जानी थी, लेकिन पेपर लीक के कारण इसे रद्द कर दिया गया। इसके बाद, परीक्षा को 19 से 22 जुलाई 2024 तक आयोजित किया गया था।
फ्यूचर प्लानिंग :
वर्तमान में तीसरे स्टेज की परीक्षा का रिजल्ट जारी नहीं हुआ है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि इस महीने के अंत तक रिजल्ट जारी हो जाएगा। इसके बाद, बीपीएससी चौथे स्टेज की टीचर रिक्रूटमेंट टेस्ट के लिए आवेदन सितंबर महीने के अंत तक शुरू हो सकता है। नीतीश कुमार के इस अहम फैसले से राज्य के लाखों टीचिंग कैंडिडेटस को नया मौका मिलेगा। यह बदलाव न सिर्फ उन कैंडिडेट्स के लिए राहत की बात है जिनके पास पहले केवल लिमिटेड अटेम्प्ट थे, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगा कि डिजर्विंग और टैलेंटेड कैंडिडेट्स को बेहतर मौका मिल सके। इस बदलाव के साथ ही, बीपीएससी की टीचर रिक्रूटमेंट मैन्युअल में नया उत्साह और उम्मीद का संचार होगा।