हजारीबाग में नहीं खुला था नीट यूजी प्रश्न पत्र बॉक्स का डिजिटल लाक कटर से काटा गया था
जमशेदपुर : नीट यूजी परीक्षा के पेपर लीक कांड में अब एक से बढ़ कर एक खुलासे हो रहे हैं। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। माना जा रहा है कि जिस बाक्स में नीट यूजी का पेपर था उसके डिजिटल लाक को हजारीबाग में आरी से काटा गया था। इसकी जानकारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए को भी थी। माना जा रहा है कि तभी एनटीए को सचेत हो जाना चाहिए था कि आखिर इस परीक्षा केंद्र पर या प्रश्न पत्र के बॉक्स के साथ क्या हुआ है कि इसका डिजिटल लाक नहीं खुल रहा है। सवाल उठ रहा है कि आखिर एनटीए ने इस बात की जानकारी अब तक क्यों छिपाई थी कि हजारी बाग के परीक्षा केंद्र पर पेपर का डिजिटल लाक नहीं खुलने पर इसे आरी से काटा गया था । कहा जा रहा है कि अगर एनटीए तभी सचेत हो जाती तो शादयद नीट यूजी पेपर लीक कांड को रोका जा सकता था।
जांच में ये बात सामने आई है कि
2 लाक के साथ परीक्षा केंद्र पहुंचे थे पेपर के बक्से
पेपर के बाक्सेज दो लाक के साथ परीक्षा केंद्र पर पहुंचे थे। इनमें से एक सामान्य लाक था। जबकि, दूसरा डिजिटल लाक था। बाक्स के साथ एक चाबी थी। दूसरा डिजिटल लाक परीक्षा से 45 मिनट पहले खु्द ब खुद खुलना था। जांच में पता चला है कि इस परीक्षा केंद्र पर जब डिजिटल लाक नहीं खुला तो स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक ने एनटीए के अिधकारयों को फोन किया । उधर से कहा गया कि आरी से काट दो। इसके बाद बाक्स को आरी से काट कर खोला गया।
पिछले साल खुद ब खुद खुला था डिजिटल लॉक
परीक्षा केंद्र के अधीक्षक इम्तियाज का कहना है कि पिछले साल भी नीट यूजी परीक्षा में बाक्स में डिजिटल लाक था। मगर, तब ये डिजिटल लाक परीक्षा से 45 मिटन पहले खुद ब खुद खुल गया था। लेकिन इस साल डिजिटल लााक में गड़बड़ी थी। एनडीए के हजारीबाग शहर के कोऑर्डिनेटर एहसान उल हक बताते हैं कि उन्हें 5 में को रात 1:15 पर एक ईमेल मिला कि नीत यूजी के पेपर बॉक्स दो बैंकों में रखे गए हैं। इसके बाद सुबह 7:30 बजे पांच परीक्षा केंद्रों के सुपरिंटेंडेंट और आबजर्वर को कार्ड बोर्ड के बॉक्स सौंपे गए। कार्डबोर्ड के बॉक्स के अंदर ही अल्युमिनियम बॉक्स था, जिसमें नीट यूजी का पेपर था। बैंक से आए पेपर बॉक्सेज को संबंधित परीक्षा केंद्रों पर स्ट्रांग रूम में रखा गया था।
कूरियर कंपनी को सौंपे गए ओएमआर शीट के बॉक्स
5 मई को दोपहर बाद 1:15 बजे प्रश्न पत्र खोले गए। कार्डबोर्ड को फाड़ कर हटाया गया। इसके बाद अल्युमिनियम बॉक्स था। अल्युमिनियम बॉक्स के ताले खोले गए। तब अंदर प्रश्न पत्र था, जिसका डिजिटल लॉक आरी से काटा गया। पेपर बाक्स अधिकारियों के अलावा दो छात्रों के सामने खोले गए। परीक्षा के बाद ओएमआर शीट एल्युमिनियम के बॉक्स में लाक कर कोरियर कंपनी को सौंपी गई। इसे एनटीए ने तैनात किया था। 21 जून को बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने मामले की जांच की। परीक्षा केंद्र का जायजा लिया। जांच में सामने आया कि अल्युमिनियम बॉक्स एक तरह के नहीं थे और जिन पैकेट में पेपर था, उनमें से एक पैकेट नीचे से काटा गया था।