नीट-यूजी पेपर लीक ने मिट्टी में मिला एनटीए की साख, जानें क्या कदम उठाने जा रही है जेएनएयू
नई दिल्ली : अंडरग्रेजुएट नीट-यूजी पेपर लीक केस ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए की साख मिट्टी में मिला दी है। अब कई विश्वविद्यालय एनटीए द्वारा कराई जा रही प्रवेश परीक्षा से किनाराकशी करने की कवायद में जुट गए हैं। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय जेएनयू भी इस बात पर विचार कर रहा है कि वह अपने पीएचडी स्टुडेंट का सेलेक्शन अब एनटीए की यूजीसी नेट परीक्षा से नहीं करे। इसकी बजाए जेएनयू अब अपने पुराने पैटर्न पर लौटने पर विचार कर रहा है। अब जेएनयू ने यह फैसला कर लिया तो वह अपने पीएचडी स्टुडेंट को सेलेक्ट करने के लिए इन हाउस एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करेगा। पहले जेएनयू के पीएचडी स्टुडेंट इन हाउस एंट्रेंस टेस्ट से ही चुने जाते थे। इसके बाद जेएनयू ने एनटीए के टेस्ट से जुड़ने का फैसला लिया। बाद में कुछ महीने पहले तय किया गया था कि पीएचडी के कैंडीडेट यूजीसी नेट के जरिए चुन लिए जाएं।
कुछ महीने पहले ही यूजीसी नेट से जुड़ने का हुआ था निर्णय
जेएनयू ने कुछ दिन पहले ही एनटीए द्वारा कराई जाने वाली यूजीसी नेट परीक्षा से जुड़ने का फैसला किया था। तय किया गया था कि अब जेएनयू में पीएचडी के लिए स्टुडेंट के सेलेक्शन की प्रक्रिया को बदला जाए। इसके लिए निर्णय लिया गया कि पीएचडी स्टुडेंट के सेलेक्शन के लिए होने वाले इन हाउस एंट्रेंस टेस्ट को बंद कर दिया जाए। एनटीए जो यूजीसी नेट परीक्षा कराती है उसी से पीएचडी के लिए स्टुडेंट सेलेक्ट कर लिए जाएं। मगर, अब जबकि एनटीए द्वारा कराई जा रही परीक्षाएं पेपर लीक व अन्य गड़बड़ियों की वजह से बदनाम हो रही हैं। यही नहीं, केंद्र सरकार ने एनटीए द्वारा ली जाने वाली यूजीसी नेट परीक्षा को रद कर दिया था। इस वजह से जेएनयू इस परीक्षा से किनाराकशी करने जा रहा है।
आठ हफ्तों में हो जाएगा डिसीजन
जेएनयू के अधिकारी इन हाउस एंट्रेंस टेस्ट दोबार शुरू कराने पर विचार कर रहे हैं। इसके लिए बैठकों का दौर जारी है। जेएनयू के सूत्रों के अनुसार आठ हफ्तों के अंदर इस बात का फैसला ले लिया जाएगा कि जेएनयू पीएचडी में एडमिशन के लिए अपना एंट्रेंस टेस्ट कराए। जेएनयू के वाइस चांसलर शांतिश्री डी पंडित का कहना है कि इस संबंध में जेएनयू के सभी प्रोफेसर व अन्य अधिकारियों की राय ली जा रही है। वाइस चांसलर ने स्कूलों के डीन के साथ इस संबंध में मीटिंग की है। जेएनयू की टीचर्स एसोसिएशन ने इन हाउस एंट्रेंस टेस्ट दोबारा शुरू करने पर विचार का वेलकम किया है। एसोसिएशन का कहना है कि इससे बेहतर ऑप्शन कोई नहीं है। हमें अपना एंट्रेंस टेस्ट लेना चाहिए। इस पर जल्द फैसला होना चाहिए।
लापरवाही के भंवर जाल में घिरी है एनटीए
एनटीए इन दिनों लापरवाही के भंवर जाल में घिरी है। देश में परीक्षाएं आयोजित करने वाली संस्था के प्रति सबका विश्वास होना चाहिए। संस्था को भी ऐसे डील करना चाहिए कि परीक्षा की शुचिता बनी रहे। लेकिन, एनटीए देश का भरोसा जीतने में नाकामयाब रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसमें बड़े पैमाने पर सुधार की जरूरत है।