नीट-यूजी परीक्षा रद होने का खतरा टलने के बाद केंद्र ने किया दो दिन में अंतिम रिजल्ट जारी करने का एलान
नई दिल्ली : नीट-यूजी परीक्षा लीक कांड सामने आने के बाद एग्जाम रद होने का मंडरा रहा खतरा टल गया है। इसके बाद केंद्र ने कहा है कि जल्द ही दो दिन के अंदर नीट-यूजी परीक्षा के फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिए जाएंगे। यह रिजल्ट सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के अनुसार तैयार होंगे। मेरिट लिस्ट में भी फेरबदल होगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सत्यमेव जयते कहते हुए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष नीट-यूजी पर खूब हाय तौबा मचा रहा था। वह इस मुद्दे पर जबरन बखेड़ा खड़ा कर रहा था। अब साफ हो गया है कि नीट-यूजी में कोई बड़ी और व्यापक गड़बड़ी नहीं हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने नीट-यूजी परीक्षा 2024 यह कहते हुए रद करने से साफ इंकार कर दिया है कि पेपर लीक कांड से परीक्षा के डैमेज होने के कोई ऑन रिकार्ड सुबूत नहीं हैं।
मतगणना वाले दिन ही आ गया था रिजल्ट
गौरतलब है कि पांच मई को नीट-यूजी की परीक्षा हुई थी। इसके बाद इसके रिजल्ट आनन-फानन निर्धारित तारीख से पहले लोकसभा की मतगणना वाले दिन जारी कर दिए गए थे। तभी लोगों को लगा था कि इसमें कुछ गड़बड़ हुई है। बाद में विशेषज्ञों ने देखा कि कुछ स्टुडेंट को नीट-यूजी पैटर्न से अलग हट कर अंक मिले हैं। इस पर सवाल उठाया गया। जब एनटीए ने नहीं सुना तो मामला सुप्रीम कोर्ट गया।
नियमों के विरुद्ध दे दिए गए थे ग्रेस मार्क
सुप्रीम कोर्ट में एनटीए ने कहा कि जिन स्टुडेंट को पैटर्न से अलग हट कर अंक मिले हैं उन्हें ग्रेस मार्क दिए गए हैं। ग्रेस मार्क देने की वजह बताई गई कि इन स्टुडेंट को पेपर लेट मिले थे। बाद में जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ग्रेस मार्क रद कर दिए गए और ऐसे 1567 स्टुडेंट को रिएग्जाम के लिए कहा गया। इनमें से 800 के करीब स्टुडेंट ने दोबारा परीक्षा दी।
पटना में प्ले स्कूल से बरामद हुआ था असली पेपर
इसी बीच बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने पटना के एक प्ले स्कूल से नीट-यूजी का लीक पेपर बरामद कर लिया। यह अधजला पेपर था। बिहार पुलिस ने एनटीए से नीट-यूजी का ओरिजनल पेपर मांगा ताकि मिलान किया जा सके कि प्ले स्कूल से बरामद पेपर असली है या नहीं। लेकिन, एनटीए ओरिजिनल पेपर देने में आनाकानी कर रही थी। बाद में मीडिया में इस संबंध में खबरें आने के बाद साबित हुआ बरामद पेपर असली है और इसे झारखंड के हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल से लीक किया गया था।
केंद्र सरकार नहीं चाहती थी कि परीक्षा रद हो
इसके बाद बिहार पुलिस ने पेपर लीक गैंग के कई गुर्गों की गिरफ्तारी की। बाद में मामला सीबीआइ को सौंपा गया। यहां सीबीआइ ने भी कई लोगों को गिरफ्तार किया। हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और एक अन्य युवक को गिरफ्तार किया गया। धनबाद से अमन को गिरफ्तार किया गया। गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान से भी गड़बड़ी की खबरें आई थीं। केंद्र सरकार नहीं चाह रही थी कि परीक्षा रद हो।