हजारीबाग : नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआइ ने गुरुवार को ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक से दोबारा पूछताछ शुरू की। सूत्र बताते हैं कि आज हुई पूछताछ में एहसानुल हक सवालों में उलझते चले गए। पूछताछ की शुरुआत में तो वह इस बात पर अड़े थे कि उनके स्कूल में पेपर लीक जैसा कोई काम नहीं हुआ। जो हुआ होगा वह बाहर हुआ होगा। अपनी बात को पुख्ता करने के लिए उन्होंने सीबीआइ के अधिकारियों को कई बातें बताईं। उन्होंने नीट यूजी का पेपर ई रिक्शा से स्कूल भेजे जाने की बात बताई। लेकिन, जब सीबीआइ के अधिकारियों ने उनसे सवाल दागने शुरू किए तो प्रिंसिपल एहसानुल हक की घिघ्घी बंध गई। वह सवालों के जवाब देते हुए हकलाने लगे।
पूछे गए ये सवाल
पहला सवाल – बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने जांच में पेपर के पैकेट में टेंपरिंग देखी थी। इसे आर्थिक अपराध इकाई ने पकड़ा था। इसकी पड़ताल करने की जिम्मेदारी आपकी थी कि आप देखते जो पेपर मिला है वह सही सलामत है या नहीं। आपसे चूक कैसे हो गई। कहीं टेंपिरंग की जानकारी आपको पहले से तो नहीं थी। क्योंकि, पेपर के पैकेट को नीचे से बड़े सलीके से काटा गया था कि पता नहीं चले।
दूसरा सवाल- पेपर के पैकेट के नीचे वाले हिस्से में कट के निशान हैं। ये निशान आपके ही स्कूल के पेपर के पैकेट में पाया गया। जबकि, आप एनटीए के सिटी कोआर्डिनेटर भी हैं। इसके बाद भी कैसे चूक हो गई। इस सवाल पर प्रिंसिपल बगलें झांकते नजर आए।
तीसरा सवाल – जब डेढ़ बजे परीक्षा केंद्र में पेपर पहुंच जाना था तो आपके ही केंद्र पर परीक्षार्थियों को ये पेपर 15 मिनट बाद क्यों मिले।