पटना में ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल व एक पत्रकार से दो अन्य आरोपियों को सामने बैठा कर हो रही पूछताछ
नीट पेपर लीक मामला हाइलाइट्स
– हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज व एक पत्रकार जमालुद्दीन को गिरफ्तार कर पटना ले आई पुलिस
– पटना से दो आरोपियों आशुतोष और मनीष कुमार की सीबीआई ने की है गिरफ्तारी-
– हजारीबाग से ही यूजीसी नेट परीक्षा का पेपर लीक होने का संदेह
– कूरियर एजेंसी के दफ्तर से बैंक ना ले जाकर सीधे ओएसिस स्कूल ले जाए गए थे नीट यूजी के पेपर
पटना : नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद उन्होंने कुछ लोगों के नाम उगले हैं। शुक्रवार की देर रात सीबीआई ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक के अलावा वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज और पत्रकार जमालुद्दीन को गिरफ्तार कर पटना ले गई है। सीबीआई ने इस मामले में पटना से भी दो लोगों आशुतोष और मुकेश को अरेस्ट किया था। सूत्र बताते हैं कि सीबीआई प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और पत्रकार से पटना में और कड़ी पूछताछ करेगी। जिन दो लोगों को पटना से गिरफ्तार किया गया था, हजारीबाग से गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को आमने-सामने बैठा कर उनसे पूछताछ की जा रही है और पेपर लीक गैंग से ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक का क्या कनेक्शन है। इसको तलाश किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार नीट के क्वेश्चन पेपर कूरियर एजेंसी ब्लू डार्ट के जरिए हजारीबाग के नूतन नगर सेंटर से बैंक ले जाने की बजाय पहले ओएसिस स्कूल ले जाए गए थे। इसके बाद इन्हें बैंक भेजा गया था। सीबीआई को शक है कि क्वेश्चन पेपर का पैकेट स्कूल में ही खोला गया। वरना, नियमों को तोड़कर पहले क्वेश्चन पेपर स्कूल क्यों ले जाए गए। जबकि इसको पहले बैंक ले जाना था।
हजारीबाग से ही यूजीसी नेट का पेपर लीक होने का संदेश
माना जा रहा है कि ओएसिस स्कूल से ही यूजीसी नेट का पेपर भी लीक हुआ है। सीबीआई ने एफएसएल की टीम को भी बुलाया था। टीम ने कुछ सबूत भी इकट्ठे कर लिए हैं। यूजीसी नेट का भी सेंटर हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में था और यूजीसी नेट परीक्षा भी इसी केंद्र पर हुई थी। इसी स्कूल से नीट के प्रश्न पत्र लीक होने का शक है।
सेंटर सुपरिंटेंडेंट के लैपटॉप व मोबाइल का रिकवर किया जा रहा डाटा
सीबीआई ने वाइस प्रिंसिपल व सेंटर सुपरिंटेंडेंट इम्तियाज आलम का मोबाइल और लैपटॉप भी जब्त किया है। सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है और यह देखा जाएगा कि इम्तियाज आलम ने परीक्षा से पहले 4 मई और परीक्षा के दिन किन-किन लोगों से बात की थी। यह भी देखा जा रहा है कि लैपटॉप और मोबाइल से क्या-क्या डॉक्यूमेंट और कॉल डिटेल डिलीट की गई हैं। सीबीआई सारा डाटा रिकवर कर रही है।
6 महीने से आपस में संपर्क में थे आरोपी
बिहार पुलिस ने इस मामले में पहले चिंटू और मुकेश को गिरफ्तार किया था। इन दोनों ने एक अन्य युवक राकी के बारे में बताया है। पुलिस सीबीआई ने पटना के कंकड़बाग स्थित राकी के घर पर छापामारी की है। हालांकि राकी फरार है। फिर भी उसके घर से सीबीआई को काफी सुबूत हाथ लगे हैं। सीबीआई ने चिंटू, मुकेश, आशुतोष और मनीष कुमार के मोबाइल की जांच की है। सीबीआई ने पटना से आशुतोष और मनीष को गिरफ्तार किया था। पता चला है कि यह सब पिछले 6 महीने से संपर्क में थे। इन्हीं दोनों ने पटना के उसे प्ले स्कूल को बुक किया था। जहां पर अभ्यर्थियों को पेपर रटाए गए थे।