जमशेदपुर : इस साल 12 अक्टूबर को दशहरा का पर्व मनाया जाएगा। दशमी के अवसर पर लोग रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों का दहन करते हैं।इसके बाद लोग एक दूसरे से गले मिलकर और एक दूसरे को मिठाई खिलाकर इस पर्व का उल्लास प्रकट करते हैं।
श्रवण नक्षत्र :
इस साल दशमी पर श्रवण नक्षत्र का निर्माण होगा। ये नक्षत्र 12 अक्टूबर, सवेरे 05:25 भी से 13 अक्टूबर सवेरे 04:27 बजे तक रहेगा। इस नक्षत्र को काफी शुभ माना जाता है।
पूजन विधि :
1) दशमी के दिन सवेरे जल्दी उठकर स्नान कर लें। इसके बाद साफ वस्त्र धारण कर लें और खुद पर गंगाजल का छिड़काव कर लें।
2) इसके बाद गेहूं या चूने से दशहरा की प्रतिमा बना लें।
3) इसके बाद गाय के गोबर से 9 गोले और 2 कटोरियां बना लें।
4) पहले कटोरी में सिक्के रख दें और दूसरी में चावल, रोली जौ और फल रख दें।
5) दशहरा की प्रतिमा के पास फल, जौ, गुड़ और मूली रख दें और दान आदि भी वहीं रख दे। इसके बाद us प्रतिमा की आरती उतारें।
6) इसके बाद सभी गुरुजनों के पैर छूकर आशीर्वाद लें और मंगलमय जीवन की कामना करें।
पूजन तिथि :
हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष दशमी का आरंभ 12 अक्टूबर सुबह 10: 58 बजे से होगा। वहीं इसका समापन 13 अक्टूबर 2024, सुबह 09:08 बजे होगा।
शास्त्र पूजन मुहूर्त :
इस साल 12 अक्टूबर दोपहर 02:02 भी से शास्त्र पूजन का मुहूर्त आरंभ होगा। वही दोपहर 02:48 बजे इसका समापन होगा। इस दौरान शास्त्र पूजन किया जा सकता है।
दहन करने का शुभ मुहूर्त :
इस साल रावण दहन का शुभ मुहूर्त शाम 05:54 बजे से शुरू होगा। वहीं ढाई घंटे बाद इसका समापन होगा। इस मुहूर्त पर आप रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों का दहन कर सकते हैं।