जमशेदपुर : 9 दिनों तक नवरात्रि मानने के बाद दशमी को विजया दशमी या दशहरा के रूप में मनाया जाता है। विजय दशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई के जीत को।दर्शाता है। माना जाता है कि इसी दिन पुरुषोत्तम राम जी ने लंकापति रावण का वध किया था और उसे उसके पापों से उद्धार किया था। ये पर्व असत्य पर सत्य की जीत को दर्शाता है।
इस साल 12 अक्टूबर के दिन शनिवार को विजय दशमी मनाया जाएगा। इस दिन रावण दहन किया जाता है। रावण दहन के साथ साथ इस दिन लोग अपने अंदर की बुराइयों को भी जला देते हैं।
इस दिन इन बातों का रखें विशेष ध्यान :
1) इस दिन किसी वाद विवाद में न पड़ें। इस दिन का श्रमिक महत्त्व बहुत ज़्यादा होता है, इस दिन फालतू के विवादों में न फसे। वाद विवाद से सुलझता काम भी बिगड़ सकता है।
2) विजय दशमी के दिन अपने से बड़ों का खास तौर पर सम्मान करें। उनका खूब आदर सत्कार करें। उनके आपको आशीर्वाद मिलेगा।
3) इस दिन गलती से भी किसी स्त्री का अपमान न करें। ऐसा करना आपको भारी पड़ सकता है। स्त्रीयों को देवी का रूप माना जाता है उनसे हेशा इज़्ज़त से पेश आना चाहिए।
4) इस दिन पेड़ पौधों को नहीं काटना चाहिए। प्रकृति हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, हमें उसका सदुपयोग करना चाहिए।
5) इस दिन आप मंदिर जाकर पूजा कर सकते हैं और भगवान का आशीर्वाद ले सकते हैं। ताकि आप पर उनकी कृपा दृष्टि बनी रहें और आप कभी भी अपनी राह न भटके।
6) इस दिन आप जरूरतमंदों की मदद भी कर सकते हैं। दान धान करने से भाग्य अच्छा हो जाता है। लोगों के आशीर्वाद से आपके रुके हुए काम भी पूरे हो जाएंगे।