14 नवंबर 2024, जमशेदपुर : XLRI दिल्ली-एनसीआर कैंपस और IUCN (अन्तराष्ट्रीय प्रकृति संगरक्षण संघ) ने आज एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है। इस सहयोग का परम उद्देश्य व्यावसायिक निर्णय लेने में प्रकृति और जैव विवधता के मुद्दों को शामिल करना है। IUCN, 1948 में स्थापित एक अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संगरक्षण संघ है, जिसके सदस्यों में संग्प्रभु राज्य, सरकारी अगेंसियाँ, आदि भी शामिल हैं। वहीँ XLRI, 1949 में स्थापित भारत का पहला और सबसे पुराना मैनेजमेंट संस्थान है, जिसका उद्देश्य वैक्ष्विक नेतृत्व को प्रोत्साहित करना है जो सामान्य अच्छाई और स्थायी भविष्य के लिए काम करता है।
XLRI दिल्ली-एनसीआर कैंपस और IUCN (अन्तराष्ट्रीय प्रकृति संगरक्षण संघ) के सहयोग का मुख्य उद्देश्य हैं :
1) व्यावसायिक निर्णय लेने में प्रकृति और जैव विविधता के मुद्दों को शामिल करना।
2) व्यवसाय और जैव विविधता के बीच संबंध को मापने और रिपोर्ट करने के लिए टास्कफोर्स ऑन नेचर- रिलेटेड फाइनेंशियल डिस्क्लोजर (TNFD) जैसे ढांचों का का उपयोग करना।
3) कॉरपोरेट सोसाइटी में प्रकृति और जैव विविधता के प्रति जिम्मेदारी को बढ़ावा देना।
इस समझौता ज्ञापन पर डॉ. यश वीर भटनागर, IUCN भारत देश प्रतिनिधि और डॉ. टाटा एल. रघु राम, चेयरपर्सन, FACES- XLRI, ने हस्ताक्षर किए हैं। इस अवसर पर XLRI के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष टी. वी. नरेंद्रन, XLRI जमशेदपुर के निदेशक फादर एक. जॉर्ज, और XLRI दिल्ली एनसीआर के निदेशक फादर के. इस. कैसिमीर एसजे उपस्थित थें। इनके अलावा अन्य प्रमुख व्यवसायी नेता जो उपस्थित थे, उनमें जेपी मॉर्गन के एमडी मदहव बी कल्याण, सेंट्रम ग्रुप के चेयरमैन जसपाल बिंद्रा, एवरस्टोन कैपिटल एशिया प्राइवेट लिमिटेड के सीनियर डायरेक्टर अजय कौल और मोजांबिक होल्डिंग्स के चेयरमैन जोस पारायंकेन भी शामिल थे।
यह सहयोग भारतीय कॉरपोरेट क्षेत्र में स्थायी व्यावसायिक प्रथाओं और पर्यावरणीय जिम्मेदारी को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।