कर्नाटक के मंत्री ने नीट परीक्षा लीक मामले को बताया घोटाला, उठाई सीबीआई जांच की मांग
जमशेदपुर: कर्नाटक के चिकित्सा शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री शरण प्रकाश पाटिल ने नीट यूजी परीक्षा में पेपर लीक मामले को घोटाला बताया है। उन्होंने कहा कि ये एक बड़ा घोटाला है। इस मामले की जांच सीबीआई से करानी चाहिए। 24 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने 5 मई को नीट यूजी की परीक्षा दी थी। 4 जून को इसका रिजल्ट घोषित किया गया। लेकिन, इसी बीच बिहार में नीट के जले हुए पेपर मिले। इसके बाद पुलिस जांच में मामले की परत दर परत खुलती गई। अब साफ हो गया है कि नीट का पेपर लीक हुआ था। पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु सरकार ने पहले ही अपना स्टैंड ले लिया है। अब हम भी इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से केंद्र सरकार इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। जबकि, पूरे देश में छात्र और उनके अभिभावक लगातार इस मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी जिम्मेदारी से काम नहीं ले रहे हैं। मंत्री ने कहा कि इस मामले की सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए और पेपर लीक मामले को अंजाम देने वालों को सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्रों और अभिभावकों के प्रदर्शन के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा इस मामले की जांच नहीं कराया जाना संदेह पैदा करता है। जबकि कई राज्य सरकारों ने इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि लगता है कि केंद्र सरकार आरोपियों को बचाने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार नीट यूजी परीक्षा में शामिल होने वाले 24 लाख से अधिक परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।