नीट परीक्षा पेपर लीक मामले से जुड़े झारखंड के तार, बड़ी मछलियों को बचाने के लिए छोटी मछलियों को बताया जा रहा सरगना
जमशेदपुर: नीट परीक्षा पेपर लीक मामले के तार हजारीबाग से जुड़ गए हैं। बिहार पुलिस की जांच में पता चला है की हजारीबाग के एक सेंटर से एक प्रोफेसर ने पेपर लीक कांड के माफिया को व्हाट्सएप के जरिए नीट का पेपर भेजा था। बाद में इसे रांची और पटना के मेडिकल स्टूडेंट से हल कराया गया था। साफ है कि पेपर लीक कांड के तार हजारीबाग के साथ-साथ रांची से भी जुड़े हैं। इस घटना के अपराधी रांची मेडिकल कॉलेज में भी मौजूद हैं। अब बिहार पुलिस हजारीबाग और रांची तक अपने जांच का दायरा फैलाएगी।
नीट परीक्षा की जांच में आया नया एंगल
इस तरह नीट परीक्षा की जांच में अचानक एक नया एंगल आ गया है। झारखंड में इंडिया गठबंधन की सरकार है बिहार में भी उपमुख्यमंत्री ने इस मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के तत्कालीन पर्सनल सेक्रेटरी के बहाने राष्ट्रीय जनता दल को इस मामले में घसीटने की कोशिश की है और अब संकेत मिल रहे हैं कि पुलिस और जांच एजेंसी प्रीतम कुमार से पूछताछ कर सकती है इसका मतलब साफ है कि आप की गेंद को दूसरे पार्ले में खेलने की कोशिश हो रही है। नीट की जांच में क्या चल रहा है यह समय आने पर उजागर होगा।
तो क्या झारखंड से लीक हुआ था पेपर
फिलहाल, बिहार पुलिस के अधिकारी इसी घटना की जांच को लेकर दिल्ली में मौजूद हैं।
बिहार पुलिस को गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ में जानकारी मिली है की पटना के स्कूल में नीट की जो जली हुई बुकलेट मिली है, वह हजारीबाग के एक केंद्र की थी। इस बुकलेट का नंबर 6136488 है। यह जानकारी मिलने के बाद माना जा रहा है कि पेपर झारखंड से लीक हुआ था। या फिर मामले में झारखंड को जबरन घसीटा जा रहा है।
बिहार के नूरसराय उद्यान महाविद्यालय के कर्मचारी को बताया जा रहा पेपर लीक मामले का सरगना
नूरसराय उद्यान महाविद्यालय के कर्मचारी संजीव मुखिया को पेपर लीक मामले का सरगना बताया जा रहा है। जबकि मामला साफ है कि इतनी बड़ी घटना का सरगना एक छोटा कर्मचारी नहीं हो सकता। क्योंकि नीट में राष्ट्रीय स्तर पर गड़बड़ी की बात सामने आई है। एनटीए ने छात्रों को ग्रेस मार्क देकर उन्हें टॉपर बनाया है। नीट के रिजल्ट को चर्चा में आने से दबाने के लिए आनन-फानन में इसे 14 जून की जगह 4 जून को ही मतगणना वाले दिन जारी कर दिया गया। यह सब घटनाएं और तथ्य बताते हैं कि नीट परीक्षा पेपर लीक कांड के आरोपी देश में ऊंचे पदों पर बैठे हुए हैं।
ऊंचे पदों पर बैठे आरोपियों को बचाने का खेल शुरू
ऊंचे पदों पर बैठे बड़े आरोपियों को बचाने के लिए बताया जा रहा है कि संजीव मुखिया इस पूरे गिरोह का सरगना है और उसने यह पेपर हजारीबाग के एक सेंटर से व्हाट्सएप पर मंगवाया था। बाद में इसे 5 मई की सुबह उत्तर के साथ चिंटू उर्फ बलदेव को भेजा गया। चिंटू के कहने पर हिलसा के रहने वाले पिंटू ने इसका प्रिंट निकाला और सुबह 9:00 बजे खेमनी चक स्थित बंद हो चुके लर्न एंड प्ले स्कूल में 25 अभ्यर्थियों को रटने के लिए दे दिया गया। पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि जो अभ्यर्थी गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं वह एक ही विषय का प्रश्न और उत्तर रट पाए थे। क्योंकि, एक ही विषय में उनका परसेंटाइल बेहतर है। 5 मई को पुलिस ने अभ्यर्थी अभिषेक को परीक्षा केंद्र से गिरफ्तार किया था। अभिषेक का पिता अवधेश रांची में रहता था। इस मामले का एक आरोपी सिकंदर साल 2012 से पहले रांची में ठेकेदारी करता था और अवधेश उसका मुंशी था। बाद में साल 2012 में सिकंदर बिहार में सरकारी जेई बन गया। इसके बाद अवधेश रांची में जमीन का कारोबार करने लगा था। सूत्र बताते हैं कि अवधेश के पास करोड़ों की संपत्ति है और आरोपी सिकंदर का इन्वेस्टर अवधेश ही था। सिकंदर की भी रांची में करोड़ों की संपत्ति है। सिकंदर ने रांची के जगतपुरा में मकान और फ्लैट भी खरीदे हैं। रांची के बाईपास रोड पर बेटे के लिए एक शोरूम भी खोला है। सिकंदर की बेटी भी एमबीबीएस कर चुकी है। पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली है कि सिकंदर अपनी अवैध कमाई रांची में इनवेस्ट करता है। जांच एजेंसी सिकंदर पर आय से अधिक संपत्ति का केस भी करेगी।
प्रीतम को भी बुलाया जाएगा पूछताछ के लिए
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के तत्कालीन पर्सनल सेक्रेटरी बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी प्रीतम कुमार पर आरोप लगाया था कि उन्हीं के कहने पर सिकंदर के साले के बेटे अनुराग और उसकी मां रीना को एनएचएआई के निरीक्षण भवन में कमरा मिला था। अब पुलिस प्रीतम से भी इस संबंध में पूछताछ करेगी।
संजीव मुखिया की तलाश में छापामारी
संजीव मुखिया नालंदा का रहने वाला है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए भी छापामारी कर रही है। संजीव मुखिया अपने घर से फरार हो गया है। संजीव के अलावा पेपर लीक कांड में राकेश रंजन, चिंटू उर्फ बलदेव, पिंटू, आशुतोष आदि की भी तलाश की जा रही है। संजीव मुखिया का बेटा डॉक्टर शिव एमबीबीएस की पढ़ाई कर चुका है। सिकंदर की बेटी भी एमबीबीएस है और उसका दामाद भी पीजी की पढ़ाई कर रहा है। इसी इलाके का पूर्व प्रखंड प्रमुख प्रभात रंजन की बेटी भी एमबीबीएस कर चुकी है। खेमनी चक में प्रभात रंजन के ही स्कूल में अभ्यर्थियों को रखकर नीट परीक्षा के पेपर के सवाल बताए गए थे।