ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) ने जमशेदपुर एफसी के हेड कोच खालिद जमील को एआईएफएफ मेन्स कोच ऑफ द ईयर पुरस्कार 2023-24 से सम्मानित किया है। यह पुरस्कार उनकी असाधारण कोचिंग क्षमता और जमशेदपुर एफसी के साथ उनके द्वारा हासिल की गई उल्लेखनीय उपलब्धियों का प्रमाण है।
खालिद जमील की प्रोफेशनल यात्रा
खालिद जमील, एक एएफसी प्रो लाइसेंस प्राप्त कोच, ने 2020-21 सीजन के लिए एफपीएआई कोच ऑफ द ईयर का पुरस्कार भी जीता था। उन्होंने पिछले सीजन के बीच में जमशेदपुर एफसी के हेड कोच का पद संभाला था, जब क्लब ने ग्यारह में से केवल दो गेम जीते थे। उनकी नियुक्ति ने तुरंत सकारात्मक परिणाम लाए, और क्लब ने 2024 कलिंगा सुपर कप के सेमीफाइनल में पहुंचकर तीनों लीग गेम जीते।
जमशेदपुर एफसी के साथ उपलब्धियां
खालिद जमील के मार्गदर्शन में, जमशेदपुर एफसी अपने पहले पांच इंडियन सुपर लीग (ISL) मैचों में अजेय रही, जिसमें तीन जीत और दो ड्रॉ शामिल थे। इस प्रदर्शन के दम पर टीम आईएसएल 2023-24 सीजन के अंतिम गेम तक प्लेऑफ की दौड़ में बनी रही।
प्रमुख हाइलाइट्स:
- तीन जीत और दो ड्रॉ: पहले पांच ISL मैचों में अजेय रहने का रिकॉर्ड।
- प्लेऑफ की दौड़: अंतिम गेम तक प्लेऑफ की दौड़ में शामिल रहना।
- कलिंगा सुपर कप: 2024 में सेमीफाइनल तक पहुंचना।
खालिद जमील की रणनीतिक प्रतिभा
खालिद जमील की रणनीतिक प्रतिभा, अपने खिलाड़ियों को प्रेरित करने की क्षमता और अटूट समर्पण जमशेदपुर एफसी के पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण रहे हैं। एआईएफएफ मेन्स कोच ऑफ द ईयर अवार्ड उनके लगातार प्रयासों को प्रोत्साहित करता है।
प्रेरणादायक नेतृत्व:
- रणनीतिक कौशल: टीम को प्रेरित करने और सकारात्मक परिणाम लाने में सक्षम।
- खिलाड़ियों को प्रेरणा: टीम के हर खिलाड़ी में आत्मविश्वास और जीतने की भूख जगाई।
पहले की सफलता
खालिद जमील सफलता के लिए कोई अजनबी नहीं हैं। उन्होंने पहले आइजोल एफसी को ऐतिहासिक आई-लीग जीत दिलाकर सुर्खियाँ बटोरी थीं, जो तब हासिल की गई जब उनकी टीम को अंडरडॉग माना जाता था। यह जीत भारतीय फुटबॉल में सबसे यादगार बदलाव की कहानियों में से एक है। इसके अलावा, जमील को आईएसएल टीम को प्लेऑफ तक पहुंचाने वाले एकमात्र भारतीय कोच होने का गौरव प्राप्त है, जो उनकी कुशलता और नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है।
उल्लेखनीय उपलब्धियां:
- आइजोल एफसी: आई-लीग जीतने की ऐतिहासिक सफलता।
- आईएसएल प्लेऑफ: एकमात्र भारतीय कोच जिसने आईएसएल टीम को प्लेऑफ तक पहुंचाया।
खालिद जमील का यह सम्मान भारतीय फुटबॉल के प्रति उनके अटूट समर्पण और अनुकरणीय कोचिंग क्षमताओं का प्रतीक है। उनकी यात्रा प्रेरणादायक है और वह भविष्य में भी अपनी टीम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का प्रयास जारी रखेंगे।