रात को सटीक निशाना लगाने वाली स्नाईपर राइफल्स का निर्यातक बना भारत, रूस को भी भेज रहा गोला-बारूद
नई दिल्ली : भारत कभी स्नाईपर राइफल्स दूसरे मुल्कों से खरीदता था। अब भारत अपने यहां दूसरे देशों से बेहतर क्वालिटी वाली स्नाईपर राइफल बनाने लगा है। बेंगलुरु की कंपनी एसएस डिफेंस को स्नाईपर राइफल्स के एक्सपोर्ट का 417 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है। इस सौदे के तहत एसएस डिफेंस कंपनी को 338 लापुआ मैग्नम कैलिबर वाली स्नाईपर राइफल सप्लाई करनी है। इसके अलावा, भारत रूस को भी गोला-बारूद भेज रहा है। भारत एक बड़े डिफेंस एक्सपोर्टर देश के रूप में उभर रहा है। कभी इस फील्ड में अमेरिका, रूस, चीन जैसे देशों का दबदबा था। मगर, अब भारत भी डिफेंस एक्सपोर्टर के तौर पर अपनी धाक जमा रहा है।
338 लापुआ मैग्नम कैलिबर वाली स्नाईपर राइफल
338 लापुआ मैग्नम कैलिबर वाली स्नाईपर राइफल की मार अचूक है। यह स्नाईपर राइफल रात को भी अचूक निशाना लगाती है। इसके लिए इसमें एक्विपमेंट लगे हुए हैं जिससे इस राइफल को रात के अंधेरे में भी चलाना आसान है। यह राइफल डेढ़ किलोमीटर तक मार कर सकती है। इसका वजन 6.5 किलोग्राम है। इसकी कीमत दो लाख रुपये है। इस राइफल में 10 राउंड तक का डिटैचेबल मैग्जीन बॉक्स है। रात के लिए अलग से डे नाइट लेंस लगाया गया है। यह राइफल बेहद फ्लैक्सेबल और फार्डेबल है। विशेषज्ञ बताते हैं कि यह दुनिया की सबसे बढ़िया और सटीक स्नाइपर राइफलों में से एक है। भारत समेत 30 देश इस स्नाइपर राइफल का प्रयोग करते हैं।
क्या होती है स्नाइपर राइफल
स्नाईपर राइफल एक ऐसी राइफल है जिससे जरिए दूर के लक्ष्य साधे जाते हैं। इसका इस्तेमाल सैनिक दूर मौजूद दुश्मन को ढेर करने के लिए करते हैं। ब्रिटेन ने दुनिया की पहली स्नाइपर राइफल व्हिटवर्थ 1854 में बनाई थी। भारत जो स्नाईपर राइफल बना रहा है उसमें एक खास कारतूस .333 कैलीबर की लापुआ मैग्नम कारतूस का इस्तेमाल होता है। यह कारतूस फिनलैंड के लापुआ शहर में बनाई जाती है। इसी कारतूस की वजह से इस स्नाइपर राइफल के साथ भी लापुआ जोड़ा गया है।
भारत ने बेचे 21 हजार करोड़ रुपये के हथियार
भारत भी हथियार निर्यातक देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है। भारत ने वित्त साल 2923-24 में 21 हजार करोड़ रुपये के हथियारों का निर्यात किया था। भारत से सबसे ज्यादा हथियार खरीदने वाला देश म्यांमार है। भारत से 32 प्रतिशत हथियार और गोला-बारूद म्यांमार को बेचे जाते हैं। अब रूस भी भारत से गोला-बारूद खरीद रहा है। रूस ने भारत से 33 हजार करोड़ रुपये का गोला-बारूद खरीदा है। इसके अलावा, श्रीलंका, मॉरीशस, सेशेल्स, आर्मीनिया, नेपाल, मालदीव, वियतनाम, इक्वाडोर और अफगानिस्तान भी भारत के हथियारों के आयातक देश हैं।
फिलीपींस को बेची थीं ब्रम्होस मिसाइलें
भारत ने फिलीपींस को ब्रम्होस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें बेची थीं। यह डील 375 मिलियन डालर की थी। भारत ने इसराइल, जापान, आस्ट्रेलिया और अन्य देशों को बुलेट प्रूफ जैकेट भी बेचे हैं। अमेरिका, यूके जैसे देश भी भारत से हथियारों में इस्तेमाल होने वाले छोटे साजोसामान खरीदे हैं। भारत दूसरे मुल्कों को पोत और एयरक्राफ्ट भी बेचता है। हथियारों के एक्सपोर्ट में पोत का निर्यात 61 फीसद और एयरक्रॉफ्ट का निर्यात 20 प्रतिशत है।