नीट पेपर लीक कांड में सीबीआइ ने प्ले स्कूल बुक कराने वाले दो आरोपियों को पटना से किया गिरफ्तार
पटना : नीट यूजी पेपर लीक कांड की जांच कर रही है सीबीआइ ने गुरुवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सीबीआइ ने परीक्षार्थियों को हल पेपर रटवाने के लिए प्ले स्कूल बुक कराने वाले मनीष प्रकाश और आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया है। इसी स्कूल में लगभग 25 परीक्षार्थियों को नीट यूजी के हल पेपर रटाए गए थे। यहीं बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई की छापामारी में नीट की वह बुकलेट मिली थी जो झारखंड के हजारीबाग के एक परीक्षा केंद्र ओएसिस की थी। सीबीआइ ने इस मामले में अब तक 11 लोगों को हिरासत में लिया है। इन सभ से बारी बारी पूछताछ की जा रही है। नीट यूजी पेपर लीक कांड की जांच 26 जून को सीबीआइ को सौंपी गई थी। जांच मिलने के फौरन बाद ही सीबीआइ ने इस प्रकरण में एक केस दर्ज किया था और बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यों में हुए केस को एक साथ क्लब कर लिया था। इन सभी केस को सीबीआइ ने टेक ओवर कर लिया था और इन केस के सभी संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। बुधवार को सीबीआइ झारखंड गई थी और वहां हजारीबाग में ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक से पूछताछ की थी। बाद में उन्हें हिरासत में ले लिया था।
रिमांड पर लिए गए चिंटू व मुकेश
पटना में सीबीआइ गुरुवार को बेऊर जेल पहुंची। कोर्ट ने पेपर लीक मामले में बेऊर जेल में बंद चिंटू और मुकेश को सीबीआइ की रिमांड पर दिया है। सीबीआइ ने जेल से इन दोनों आरोपियों को मेडिकल कराने के बाद बाहर निकाला। इन दोनों को आठ दिन की रिमांड पर लिया गया है। सीबीआइ दोनों से गहरी पूछताछ करेगी। बताते हैं कि सीबीआइ के अधिकारी चिंटू और मुकेश को अलग अलग लोकेशन पर ले जाकर ही पूताछ करेंगे। सीबीआइ ने ही इन दोनों को कोर्ट में पेश किया था।
कौन है चिंटू, पेपर लीक में क्या है रोल
चिंटू नालंदा के एक स्कूल के कर्मचारी पेपर लीक कांड के मास्टर माइंड संजीव मुखिया का रिश्तेदार है। जांच में पता चला है कि एक प्रोफेसर ने चिंटू के मोबाइल पर ही नीट का प्रश्नपत्र भेजा था। मुकेश परीक्षार्थियों को गाड़ी से प्ले स्कूल ले गया था, जहां परीक्षार्थियों को हल पेपर रटाए गए थे।
बैंक की बजाए पहले स्कूल ले जाए गए थे पेपर
सीबीआइ के अधिकारी फिर हजारीबाग में ओएसिस स्कूल पहुंचे। अधिकारी यहां ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक को लेकर आए थे। स्कूल में एसानुल हक से तकरीबन दो घंटे पूछताछ की गई। एफएसएल की टीम भी स्कूल पहुंची है। एफएसएल की टीम ने भी जांच की है। इसके बाद सीबीआइ एहसानुल हक को लेकर सीसीएल गेस्ट हाउस गई। सूत्रों के अनुसार जांच में पता चला है कि नीट यूजी का पेपर ब्लू डार्ट कूरियर एजेंसी के कार्यालय से पहले स्कूल ले जाए गए। इसके बाद इन्हें बैंक ले जाया गया। जबकि, नियमानुसर पेपर कूरियर एजेंसी के दफ्तर से बैंक ले जाए जाने थे। बैंक में ये स्ट्रांग रूम में रखे जाने थे। पेपर पहले स्कूल ले जाए जाने की बात सामने आने के बाद संदेह का दायरा बढ़ गया है।