जमशेदपुर: भगवान गणेश को बुद्धि दाता माना जाता है। भक्त उनकी पूजा सुख समृद्धि प्राप्त करने के लिए भी करते हैं। गणेश चतुर्थी का उत्सव 10 दिन का होता है। जानें गणेश चतुर्थी की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त।
हर साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। बड़े बड़े पंडालों में बप्पा की मूर्ति की स्थापना कर भक्त उनकी पूजा करते हैं। बप्पा के पसंद का भोग भी लगाया जाता है।
हर साल गौरी पुत्र गणेश 10 दिन के लिए कैलाश से धरती पर अपने भक्तों से मिलने आते हैं। उनके दुख और कष्ट हारने आते हैं। इसे गणेश उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
आइए जान लेते हैं कब है गणेश चतुर्थी
इस साल गणेश चतुर्थी पंचांग के अनुसार, 6 सितंबर 2024 को दोपहर 3:01 बजे से लेकर अगले दिन 7 सितंबर 2024 के शाम 5:37 बजे तक रहेगा।
गणेश जी की मूर्ति स्थापना का मुहुर्त :
गणेश पूजा मुहूर्त : सुबह 11 बजकर 10 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 39 मिनट तक रहेगा।
गणपति विसर्जन का दिन : 7 सितंबर 2024
वर्जित चंद्रदर्शन का समय : सुबह 9 बजकर 28 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 59 मिनट तक रहेगा।
गणेश चतुर्थी पूजा विधि
चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर साफ कपड़े धारण कर लें।
इस दिन हरे रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
मंदिर की सफाई कर चौकी पर बप्पा की मूर्ति या तस्वीर की स्थापना करें।
इसके बाद फल, फूल, धूप और धुर्वा से बप्पा की पूजा करें।
उनको लड्डू, मेवे और मोदक का भोग लगाएं।
घी का दीपक जलाकर उनकी आरती उतारें और परिवार की सुख समृद्धि की कामना करें।
अंत में लोगों में प्रसाद बाट दें।