लखनऊ से सीतापुर तक: UP में खुलेंगे 9 नए इंजीनियरिंग कॉलेज, कलाम पेटेंट सेंटर से शोध को मिलेगा नया आयाम
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के चार जिलों में शनिवार को 9 नए इंजीनियरिंग कॉलेजों का उद्घाटन हुआ। इससे राज्य के तकनीकी शिक्षा क्षेत्र को एक नई दिशा मिली है। इन कॉलेजों का निर्माण बस्ती, गोण्डा, प्रतापगढ़ और मिर्जापुर में किया गया है। इन नए कॉलेजों के लिए बजट को भी मंजूरी दी गई और अनुबंध शिक्षकों की नियुक्ति की स्वीकृति प्रदान की गई।
एकेटीयू (अवधेश प्रसाद वर्मा तकनीकी विश्वविद्यालय) के वाइस चांसलर प्रो. जेपी पाण्डेय ने बताया कि शनिवार को कार्य परिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में वित्त समिति की 66वीं बैठक के बजट प्रस्ताव को पास किया गया, परीक्षा समिति की 80वीं बैठक और विद्या परिषद की 70वीं, 71वीं, 72वीं बैठक के प्रस्तावों पर सहमति प्रदान किया गया।
शोध को बढ़ावा देने के लिए कलाम पेटेंट केंद्र स्थापित
और यूनिवर्सिटी में नवाचार और शोध को बढ़ावा देने के लिए एक नया कलाम पेटेंट सेंटर स्थापित करने का प्रस्ताव भी बैठक में प्रस्तुत किया गया। इसे हरी झंडी मिल गई है। इस सेंटर के माध्यम से शोधकर्ताओं को नवाचार की मान्यता प्राप्त होगी और उन्हें अपनी रिसर्च को पेटेंट कराने में मदद मिलेगी।
बैठक में विशेष सचिव प्राविधिक शिक्षा अन्नावि दिनेश कुमार, कुलसचिव रीना सिंह, वित्त अधिकारी केशव सिंह, प्रति कुलपति प्रो. राजीव कुमार, एआईसीटीई के प्रो. एमपी गुप्ता, आईआईटी कानपुर के प्रो. एमपी मोहिते, आईआईटी रूढ़की के प्रो. वर्जीव त्यागी और अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों ने भाग लिया।
9 नए इंजीनियरिंग कॉलेज
यह कॉलेज सीतापुर, ग्रेटर नोएडा, गोरखपुर और अन्य जिलों में स्थापित होंगे। इस संबंध में कार्य परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया।
एकेटीयू (अवधेश प्रसाद वर्मा तकनीकी विश्वविद्यालय) के वाइस चांसलर प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि इन कॉलेजों को मान्यता देने के साथ ही एकेटीयू के शिक्षकों को स्टार्टअप शुरू करने की भी अनुमति दी गई है। यह निर्णय नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया गया है।
300 छात्रों का रिजल्ट जल्द होगा जारी
एकेटीयू में कई छात्रों ने वीसी प्रो. जेपी पांडेय से शिकायत की थी कि उनके फाइनल रिजल्ट में ग्रेड “नॉट अलॉटेड” दिखा रहा था, जबकि वे सभी सेमेस्टर में पास थे। वीसी ने इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए खुद ही जांच की। जांच में पता चला कि करीब 300 छात्रों का रिजल्ट तकनीकी कारणों से रुका हुआ था।
प्रो. जेपी पांडेय ने तुरंत इस समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए। वीसी ने जानकारी दी कि इन 300 छात्रों का रिजल्ट जल्द ही जारी कर दिया जाएगा।