देश में खुलने जा रहे 113 मेडिकल कॉलेजों के अनुमोदन की फाइल लटकी, जानें नीट-यूजी का एग्जाम देने वालों पर क्या पड़ेगा असर
नई दिल्ली : अगर आपने नीट-यूजी की परीक्षा दी है और मेडिकल कॉलेज में एडमिशन पाने की कवायद में जुटे हैं तो यह खबर आपके लिए है। देश में 113 नए मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहे हैं। मगर, अभी तक इन मेडिकल कॉलेजों को नेशनल मेडिकल कमीशन एनएमसी ने अनुमोदन नहीं दिया है। इन मेडिकल कॉलेजों की फाइल एनएमसी के पास पड़ी हुई है। छात्र उम्मीद लगाए बैठे थे कि चालू सत्र में ही इन कॉलेजों को एनएमसी का अनुमोदन मिल जाएगा। इसके बाद देश में मेडिकल की हजारों सीटें बढ़ जाएंगी। मगर, ऐसा नहीं होगा। अभी इन मेडिकल कॉलेजों को अनुमोदन नहीं मिला है। इन मेडिकल कॉलेजों में संसाधनों की जांच जारी है। जांच पूरी होने के बाद ही इन मेडिकल कॉलेजों को अनुमोदन दिया जाएगा।
अभी नहीं हुआ अंतिम फैसला
इन मेडिकल कॉलेजों को अनुमोदन की फाइल एनएमसी के पास अटक गई है। इन मेडिकल कॉलेजों के खुलने की खबरों के बीच एनएमसी ने इससे संबंधित जानकारी साझा की है। एनएमसी का कहना है कि कुछ लोग यह समझ रहे हैं कि मेडिकल एसेसमेंट एंड रेटिंग बोर्ड एमएआरबी ने 113 मेडिकल कॉलेजों के खुलने को मंजूरी दे दी है। मगर, ऐसा नहीं है। एनएमसी ने बताया है कि अभी इन मेडिकल कॉलेजों को अनुमोदन नहीं मिला है। इन पर अंतिम फैसला अभी बाकी है।
छात्रों की उम्मीद पर फिरा पानी
नीट-यूजी का इम्तहान देने वाले छात्र सोच रहे थे कि अगर देश में इस साल हजारों मेडिकल सीटें बढ़ जाएंगी तो उन्हें मेडिकल कॉलेज में प्रवेश का मौका मिल जाएगा। क्योंकि, तब ऐसे छात्र भी सूची में आ जाते जिन्हें कम रैंक मिली है। मगर, ऐसा नहीं हुआ। इन कॉलेजों को अनुमोदन नहीं मिल पाने की वजह से छात्रों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। अब कम रैंक पाने वाले हजारों छात्रों को मेडिकल कॉलेजों में सीटें नहीं मिल पाएंगी क्योंकि, अब देश में मेडिकल सीटें कम हैं।
भारत में 706 मेडिकल कॉलेज हैं
भारत में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 706 है। इनमें से 381 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं। देश में 21 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज हैं। 258 मेडिकल कॉलेज ऐसे हैं जिनको ट्रस्ट चलाता है। भारत में मेडिकल की सीटें 1 लाख 9 हजार 145 हैं। आइए जानते हैं कि किस राज्य में मेडिकल की कितनी सीटें हैं। नीट-यूजी की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की संख्या को देखते हुए देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या कम है। इसलिए, देश में नए मेडिकल कॉलेज खुलने चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्रों को मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन मिल सके। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास की जरूरत है। इससे हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था भी सुधरेगी।
अंडमान निकोबार द्वीप समूह- 114
आंध्र प्रदेश- 6485
अरुणाचल प्रदेश- 50
असम- 1550
बिहार – 2765
चंडीगढ़- 150
छत्तीसगढ़- 2005
दादरा एंड नगर हवेली- 177
दिल्ली- 1497
गोवा- 180
गुजरात- 7250
हरियाणा- 2185
हिमाचल प्रदेश- 920
जम्मू-कश्मीर- 1339
झारखंड- 1055
कर्नाटक- 11545
केरल – 4555
मध्यप्रदेश- 4900
महाराष्ट्र- 10845
मणिपुर- 425
मेघालय – 50
मिजोरम- 100
नागालैंड- 100
ओडिशा- 2525
पांडिचेरी- 1830
पंजाब- 1800
राजस्थान- 5505
सिक्किम- 150
तमिलनाडु- 11475
तेलंगाना- 8490
त्रिपुरा- 225
उत्तराखंड- 1150
उत्तर प्रदेश- 9263
पश्चिम बंगाल – 5325