भारतीय सेना की मेजबानी में आयोजित होने वाला 136 साल पुराना डूरंड कप इस साल जमशेदपुर में होगा। इस आयोजन को लेकर शुक्रवार को एक्सएलआरआई में ट्रॉफी का अनावरण किया गया। वहीं, ट्रॉफी टूर का भी आयोजन हुआ। इस मौके पर झारखंड के खेल मंत्री हफीजुल हसन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, उपायुक्त अनन्य मित्तल, एसएसपी कौशल किशोर, डीडीसी मनीष कुमार और अन्य अधिकारियों सहित स्कूल के बच्चे और एनसीसी कैडेट मौजूद थे।
डूरंड कप का इतिहास
ईस्टर्न जोन के कमांडर आरसी सिंहनाथ ने डूरंड कप के इतिहास के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह डूरंड कप 136 साल पुराना है और साल 1888 में इसकी शुरुआत हुई थी। तब से लगातार यह खेल खेला जा रहा है। इसमें सीआरपीएफ, बीएसएफ एवं अन्य मशहूर फुटबॉल टीमें हिस्सा लेती हैं। इन वर्षों में सेना ने कई बार अपने नाम ट्रॉफी की है।
आयोजन का विवरण
– **स्थान:** जमशेदपुर के जेआरडी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स
– **आयोजन की तारीखें:** 28 जुलाई से 23 अगस्त
आयोजन का महत्व
इस साल पहली बार झारखंड सरकार और टाटा स्टील की खेल भावना को देखते हुए इसे जमशेदपुर में आयोजित किया जा रहा है। जमशेदपुर में यह खेल आयोजन होने से झारखंड के बच्चों को भी इसमें जुड़ने का मौका मिलेगा।
खेल मंत्री हफीजुल हसन का बयान
खेल मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि झारखंड खनिज संपदा के साथ ही खेल संपदा से भी प्रचुर है। यही वजह है कि हर खेल में यहां के खिलाड़ी देश का नाम रोशन करते हैं। चाहे हॉकी हो, फुटबॉल या क्रिकेट या तीरंदाजी, हर खेल में झारखंड के खिलाड़ी विश्व में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं।
झारखंड सरकार ने भी शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी खेल को बढ़ावा देने के लिए योजना लागू की है। इसके माध्यम से झारखंड में जहां-जहां भी सिद्धू कान्हू क्लब हैं, उन्हें 25000 रुपए की राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि फुटबॉल झारखंड में हर क्षेत्र में खेला जाता है, लेकिन कोल्हान का यह सबसे प्रिय खेल है। ऐसे में डूरंड कप जमशेदपुर में होने से झारखंड के बच्चों में एक नया जोश पैदा होगा।
संबोधन के बाद सेना और स्थानीय कलाकारों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इसके पश्चात ट्रॉफी अनावरण हुआ और सेना के काफिले में ट्रॉफी टूर निकला। यह ट्रॉफी टूर एक्सएलआरआई कैंपस से निकलकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से होकर जेआरडी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स लाया गया। यहां से देर शाम ट्रॉफी पीएम मॉल में रखी गई।