दिल्ली यूनिवर्सिटी अब 1 साल का पीजी डिग्री कोर्स शुरू करने जा रही है। जो लोग पीजी डिग्री कोर्स करना चाहते हैं उनके लिए यह अच्छी खबर है। नए पीजी डिग्री कोर्स के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय नया कार्यक्रम तैयार कर रहा है। डीजे एकेडमिक काउंसिल की आगामी बैठक में इस संबंध में प्रपोज पेश किया जाएगा। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के साथ ही दिल्ली यूनिवर्सिटी में 4 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स लाया गया है। इसके तहत हर साल कोर्स छोड़ने का ऑप्शन स्टूडेंट्स को दिया गया था। तीसरे साल भी स्टूडेंट के लिए कोर्स छोड़ने का ऑप्शन है। इसके बाद 2 साल के पीजी कोर्स का प्रावधान रखा गया है। वहीं 4 साल का यूजी कोर्स करने के बाद 1 साल के पीजी का ऑप्शन स्टूडेंट्स को मिलेगा। यह ऑप्शन स्टूडेंट्स को साल 2026 सेशन से दिया जाएगा।
विदेशी इंस्टिट्यूट में एक सेमेस्टर पढ़ेंगे डीयू के छात्र
इसके अलावा दिल्ली यूनिवर्सिटी विदेशी संस्थाओं के साथ ट्रेनिंग डिग्री प्रोग्राम भी शुरू कर रही है। इसके तहत छात्र एक सेमेस्टर फॉरेन इंस्टिट्यूट में पढ़ सकेंगे। दोनों ही प्रस्ताव डीयू एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग में रखा जाएगा। बताया जा रहा है कि यह मीटिंग 27 दिसंबर को आयोजित की जाएगी।
4 साल का कर दिया गया था यूजी का कोर्स
दिल्ली यूनिवर्सिटी में एकेडमिक सेशन 2022-23 से यूजी का कोर्स 4 साल का कर दिया गया था। पहले यह कोर्स 3 साल का था। जिन स्टूडेंट्स ने यूजी कोर्स में एडमिशन लिया था। वह अब तीसरे साल की पढ़ाई कर रहे हैं। इसके साथ सिलेबस और फ्रेमवर्क को भी चेंज किया गया है। तीसरे साल में भी ग्रेजुएशन पूरी करने वाले स्टूडेंट्स अब 2 साल पीजी में जाएंगे और उनका लेवल पुराने पीजी कोर्स के सिलेबस की तरह होगा। इसके अलावा 4 साल के यूजी अंडरग्रैजुएट करिकुलम के हिसाब से पीजी कोर्स में 1 साल और 2 साल का नया कार्यक्रम मिलेगा। 27 दिसंबर को इस करिकुलम फ्रेमवर्क को अकादमी काउंसिल में मंजूरी के लिए लाएगी। पीजी करिकुलम फ्रेमवर्क 2024 सभी विभागों के हेड सेंटर्स के डायरेक्टर्स के सामने तीन और 27 दिसंबर को रखा गया है।