दिल्ली यूनिवर्सिटी की दाखिला प्रक्रिया सीयूईटी-यूजी से अलग करने की उठी आवाज, सेशन हो रहा लेट
नई दिल्ली : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने अभी तक कॉमन युनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी यूजी) का रिजल्ट डिक्लेअर नहीं किया है। इस वजह से यूनिवर्सिटीज का सेशन लेट हो रहा है। इनके एकेडमिक कैलेंडर पर असर पड़ रहा है। अब इसके खिलाफ आवाज उठने लगी है। दिल्ली यूनिवर्सटी के प्रोफेसरों का कहना है कि अब वक्त आ गया है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी अपने आपको सीयूईटी-यूजी से अलग कर ले। क्योंकि, इसकी वजह से काफी परेशानी हो रही है। यूनिवर्सिटी का सेशन लेट हो रहा है। इस मांग को बुलंद करने के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर योगेश सिंह को पत्र लिखा गया है। इस पत्र में मांग की गई है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी की पुरानी प्रवेश प्रक्रिया को बहाल किया जाए।
पहले जुलाई तक खत्म हो जाती थी प्रवेश प्रक्रिया
इंटेक आई के प्रेसीडेंट अश्विनी शंकर ने कहा है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी की पुरानी प्रवेश प्रक्रिया की पूरे देश धाक जमी थी। ऐडमिशन प्रॉसेस जुलाई में खत्म हो जाते थे और पढ़ाई शुरू हो जाती थी। उनका कहना है कि जब से प्रवेश प्रक्रिया में सीयूईटी यूजी को आधार बनाया जाने लगा है दिल्ली यूनिवर्सिटी में नवंबर तक प्रवेश प्रक्रिया चलती रहती है। इसका असर छात्रों पर ही प्रोफेसर पर भी पड़ रहा है। इससे दिल्ली यूनिवर्सिटी की साख प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में ऐडमिशन लेना देश भर के युवा का सपना होता था। मगर, अब क्या है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में सीटें खाली रह जाती हैं। ऐसा सेशन लेट होने की वजह से हो रहा है। ये देश के संसाधनों की बर्बादी है।
एक अगस्त से शुरू होनी है क्लास
सीयूईटी से पहले जुलाई के बीच में क्लास शुरू हो जाती थी। लेकिन अब दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने साल 2024-25 के शैक्षणिक कैलेंडर में एक अगस्त से क्लास शुरू करने की बात कही है। मगर, अभी तक एनटीए ने सीयूईटी का रिजल्ट घोषित नहीं किया है। ऐसे में एक अगस्त तक छात्रों का प्रवेश ही नहीं हो पाएगा। तब तक तो बहुत कम स्टुडेंट ऐडमिशन ले चुके होंगे। ऐसे में पढ़ाई पर असर पड़ेगा। कैलेंडर के अनुसार 27 अक्टूबर से तीन नवंबर तक मिड सेमेस्टर ब्रेक होगा। दिसंबर में एग्जाम प्रस्तावित है। 29 दिसंबर से एक जनवरी तक विंटर ब्रेक होगा।
नीट-यूजी में पेपर लीक मामले से एनटीए की साख को बट्टा
हाल ही में नीट-यूजी पेपर लीक मामले से एनटीए की साख को बट्टा लगा है। इसी वजह से अब नामी गिरामी यूनिवर्सिटीज सीयूईटी-यूजी से कतराने लगी हैं। इसी वजह से दिल्ली यूनिवर्सिटी में विश्वविद्यालय को सीयूईटी-यूजी से हटााने की डिमांड उठने लगी है। नीट-यूजी पेपर लीक मामले में पहले तो एनटीए यह मानने के लिए तैयार ही नहीं थी कि पेपर लीक हुआ है। लेकिन, बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने पटना में नीट-यूजी का लीक पेपर बरामद कर लिया। यह पेपर झारखंड के हजारीबाग सेंटर से लीक कराया गया था। बाद में जांच सीबीआई को सौंपी गई और उसने हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।