धोनी के खिलाफ शिकायत: करोड़ों की धोखाधड़ी का मामला, 30 अगस्त तक मांगा गया जवाब
रांची: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी एक नए विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। बीसीसीआई (BCCI) के एक अधिकारी के पास धोनी के खिलाफ ‘कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंट्रेस्ट’ की शिकायत दर्ज की गई है। यह मामला बीसीसीआई के नियम 39 के तहत बोर्ड की एथिक्स समिति के पास प्रस्तुत किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के निवासी राजेश कुमार मौर्य द्वारा दर्ज की गई शिकायत 15 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी से संबंधित है। यह धोखाधड़ी भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने रांची के सिविल कोर्ट में मिहिर दिवाकर नामक व्यक्ति के खिलाफ दर्ज करवाई थी। बीसीसीआई की एथिक्स समिति ने धोनी से 30 अगस्त तक जवाब देने को कहा है, जबकि राजेश कुमार मौर्य को 16 सितंबर तक अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा गया है।
धोखाधड़ी का आरोप:
रांची सिविल कोर्ट में धोनी ने मिहिर दिवाकर, सौम्या दास, और आरका स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दायर किया था। आरोप है कि इन लोगों ने धोनी के साथ बिजनेस करते समय 15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। विशेष रूप से, मिहिर दिवाकर पर आरोप है कि उन्होंने एग्रीमेंट का उल्लंघन किया और अपने व्यवसाय में धोनी के नाम का प्रयोग जारी रखा, हालांकि एग्रीमेंट 2021 में ही समाप्त हो चुका था।
वकील की दलील:
धोनी के वकील दयानंद सिंह ने दलील दी कि मिहिर की कंपनी ने डोमेस्टिक और इंटरनेशनल लेवल पर कई अकादमी खोलीं, लेकिन धोनी को मुनाफे का कोई हिस्सा नहीं दिया गया। इसके परिणामस्वरूप धोनी को करीब 15 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
यह मामला धोनी के लिए नई परेशानियों का संकेत है, और बीसीसीआई की एथिक्स समिति इस पर आगे की कार्रवाई करेगी।