अगले साल से जून में होगा CBSE का सेकंड बोर्ड Exam
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने सीबीएसई के 1 साल में दो बोर्ड एग्जाम कराने का फैसला किया है। नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन ने इस संबंध में केंद्र सरकार को सलाह दी थी। सरकार ने तय किया है कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) का दूसरा बोर्ड एग्जाम अगले साल से जून में कराया जाए। दो बोर्ड एग्जाम सीबीएसई के इंटर के स्टूडेंट के लिए कराए जाएंगे।
अभी है सप्लीमेंट्री एग्जाम की व्यवस्था
अभी इंटर के स्टूडेंट्स के लिए सीबीएसई का पहला बोर्ड एग्जाम फरवरी-मार्च में होता है। मई में रिजल्ट आते हैं। इसके बाद स्टूडेंट्स सेकंड बोर्ड एग्जाम दे सकते हैं। सीबीएसई के पहले बोर्ड एग्जाम के बाद परीक्षार्थी अपना प्रदर्शन सुधारने के लिए सप्लीमेंट्री एग्जाम दे सकते हैं। यह सप्लीमेंट्री एग्जाम एक सब्जेक्ट में दिया जा सकता है या फिर ऐसे स्टूडेंट्स जिन्होंने अपने पेपर क्लियर न किए हों और जिनका रिजल्ट कंपार्टमेंट की सूरत में निकला हो ऐसे स्टूडेंट्स के लिए सप्लीमेंट्री एग्जाम होता है।
इस साल 15 जुलाई को हुआ है सप्लीमेंट्री एग्जाम
इस साल 15 जुलाई को इंटर के परीक्षार्थियों के लिए सप्लीमेंट्री एग्जाम हुआ था। जबकि, अब नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत दो बोर्ड एग्जाम कराने की बात कही गई है। इससे परीक्षार्थियों को कई अवसर मिलेंगे। शिक्षा मंत्रालय ने सीबीएसई से दो बोर्ड एग्जाम कराने का प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया था। इस प्रस्ताव पर अगले साल वर्ष 2026 से अमल शुरू हो जाएगा। हालांकि केंद्र सरकार को अभी दो बोर्ड एग्जाम सिस्टम को अंतिम आकार देने का फैसला करना है।
सभी सब्जेक्ट में परीक्षा दे सकेंगे परीक्षार्थी
शिक्षा मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि अभी सीबीएसई के इंटर के स्टूडेंट किसी एक सब्जेक्ट में सप्लीमेंट्री एग्जाम दे सकते हैं। लेकिन दो बोर्ड एग्जाम होने की सूरत में परीक्षार्थी किसी भी सब्जेक्ट या सभी सब्जेक्ट में एग्जाम देकर अपना प्रदर्शन सुधार सकेंगे। दूसरा बोर्ड एग्जाम संपन्न होने के डेढ़ महीने बाद रिजल्ट आ जाएंगे। माना जा रहा है कि अगस्त तक रिजल्ट घोषित किए जा सकेंगे। पहला बोर्ड एग्जाम संपन्न होने के 15 दिन बाद दूसरा बोर्ड एग्जाम संपन्न कराया जाएगा।
टीचर्स पर कम पड़ेगा बोझ
सीबीएसई के अधिकारियों का मानना है कि दूसरे बोर्ड एग्जाम में परीक्षार्थी दो या तीन सब्जेक्ट में परीक्षा देंगे। इसलिए टीचर पर कॉपी जांचने का ज्यादा बोझ नहीं होगा। नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन का मानना है कि स्टूडेंट को दो बार बोर्ड एग्जाम का मौका देने से मार्कशीट में सुधार होगा। जो स्टूडेंट पहले बोर्ड एग्जाम में किन्ही सब्जेक्ट में कम नंबर लाएगा वह उन सब्जेक्ट में या फिर सारे सब्जेक्ट में दोबारा एग्जाम दे सकेगा।