जमशेदपुर : झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखते हुए 5 अक्टूबर 2024 से राज्यभर में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई है. सोमवार को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष पूर्वी सिंहभूम जिले के तमाम सेविका एवं सहायिकाओं ने धरना प्रदर्शन किया. मोर्चा का कहना है कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका अपनी लंबित मांगों को लेकर कई बार सरकार से संपर्क कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
मोर्चा की मांगों में प्रमुख रूप से आंगनबाड़ी कर्मियों के वेतनमान और सेवाशर्तों में संशोधन, पेंशन की व्यवस्था, समय पर मानदेय का भुगतान, और सेवानिवृत्ति के बाद आर्थिक सुरक्षा जैसे मुद्दे शामिल हैं.
ये है मोर्चा की 8 सूत्रीय मांग
1. सेवा शर्त नियमावली में संशोधन: 2022 में जारी अधिसूचना में आंशिक संशोधन की मांग.
2. मानदेय में वृद्धि: आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं को पारा शिक्षकों के समान वेतनमान और सुविधाएं देने की मांग.
3. समय पर मानदेय का भुगतान: केंद्र और राज्यांश की राशि समय पर जारी करने के लिए कोष की व्यवस्था.
4. सेवानिवृत्ति के बाद आर्थिक सुरक्षा: सेविका को 10 लाख और सहायिका को 5 लाख रुपये का एकमुश्त भुगतान और पेंशन की व्यवस्था.
5. पदोन्नति में वरीयता: महिला पर्यवेक्षिका के पदों पर अनुभव और वरीयता के आधार पर पदोन्नति.
6. महंगाई और यात्रा भत्ता: अन्य संविदा कर्मियों की तरह आंगनबाड़ी सेविकाओं को भी महंगाई और यात्रा भत्ता देने की मांग.
7. एंड्रॉयड मोबाइल की आपूर्ति: कार्य संपादन के लिए ब्रांडेड कंपनी का एंड्रॉयड मोबाइल और रिचार्ज की सुविधा.
8. पोषाहार आपूर्ति: पोषाहार की समय पर और सुचारू आपूर्ति की व्यवस्था.
मोर्चा ने स्पष्ट किया है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो सेविकाओं का हड़ताल जारी रहेगा. इससे राज्यभर में आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन प्रभावित हो गया है.