राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल आज बीजिंग की यात्रा पर जाएंगे। लगभग पांच वर्षों के अंतराल के बाद उनकी चीन की आधिकारिक यात्रा होगी। सूत्रों के अनुसार, इस दौरान वे सीमा मुद्दे पर विशेष प्रतिनिधि वार्ता (एसआर संवाद) में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। इससे पहले एसआर संवाद दिसंबर 2019 में नई दिल्ली में हुआ था। बीजींग में यह मीटिंग 18 दिसंबर को होगी। जानकारी के मुताबिक भारत और चीन के बीच सीमा से जुड़े मुद्दों पर बीजिंग में विशेष प्रतिनिधि वार्ता होगी। बुधवार को होने वाली इस बातचीत में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। चीन की तरफ से विदेश मंत्री वांग यी मौजूद रहेंगे। खास बात यह है कि वार्ता करीब पांच साल के अंतराल के बाद होगी।
इधर बीच भारत रूस के करीब आ रहा है। ईरान में चाबहार पोर्ट के संचालन में भारत की अहम भूमिका है। दूसरी तरफ, अमेरिका और यूरोप का झुकाव पाकिस्तान की तरफ है। सीरिया में अमेरिका अलकायदा और आइएसआइएस के समर्थन में है। सीरिया में अलकायदा की सरकार बनाने में अमरीका ही अहम भूमिका है। इसलिए, भारत भी चौकन्ना हो गया है। माना जा रहा है कि अजीत डोभाल के इस चीन दौरे में चीन के साथ सीमा विवाद हल करने पर चर्चा होगी। गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच संबंध कभी अच्छे नहीं रहे हैं। भारत हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध बनाने की कोशिश में रहता है मगर, अक्सर पड़ोसी ही दगा कर जाते हैं। सीमा पर चीन की तरफ से अक्सर गड़बड़ी की खबरें आती रहती हैं। लद्दाख में सीमा पर सैनिक गतिरोध पैदा होने के बाद चीन के साथ भारत के संबंध बेहद खराब स्तर पर चले गए थे। मगर, इस साल नवंबर से दोनों देशों के बीच बर्फ पिघली है।