नई दिल्ली : जलेबी, भारत की सबसे प्रिय मिठाइयों में से एक है। ये न केवल अपने स्वाद के लिए मशहूर है, बल्कि इसकी वैरायटी भी अनोखी है। यह मिठाई पूरे देश में विभिन्न नामों और प्रकारों में मिलती है।
क्या आप जानते हैं कि जलेबी के भी कई नाम है :
संस्कृत में इसे “कुण्डलिनी” कहते हैं। महाराष्ट्र में इसे “जिलबी” के नाम से जाना जाता है। बंगाल में इसे “जिलपी” कहते हैं। भारतीय नाम में इसे “जलवल्लिका” कहा जाता है। अंग्रेजी में इसे “Sweetmeat” और “Syrup Field Ring” के नाम से जाना जाता है। काफी दिलजस्प है न।
सिर्फ नाम ही नहीं बल्कि हर जगह की जलेबी का स्वाद भी अलग-अलग होता है। बंगाल में जलेबी पनीर से बनाई जाती है।बिहार में जलेबी आलू से तैयार की जाती है। उत्तर प्रदेश में जलेबी आम के स्वाद से समृद्ध होती है। मध्य प्रदेश (बघेलखण्ड-रीवा, सतना) में मावा की जलेबी का खास प्रचलन है। अलग-अलग जगह: कुछ स्थानों पर जलेबी चावल के आटे से बनती है, जबकि अन्य जगहों पर उड़द की दाल की जलेबी मिलती है, जिसे इमरती के नाम से जाना जाता है।
जलेबी की भी एक इतिहास है और इसके धार्मिक महत्व भी है। आइए जानें :
जलेबी की विधि का वर्णन 300 वर्ष पुरानी पुस्तक “भोजन कटुहला” और संस्कृत ग्रंथ “गुण्यगुणबोधिनी” में मिलता है। जैन धर्म के ग्रंथ “कर्णपकथा” में भगवान महावीर को जलेबी नैवेद्य यानी प्रसाद के रूप में चढ़ाने की परंपरा है। प्राचीन भारतीय नाम “कुण्डलिका” और “जलवल्लिका” इसे रस से भरपूर मिठाई के रूप में मान्यता देते हैं। इस प्रकार, जलेबी केवल एक मिठाई नहीं बल्कि भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है। अब आप इन विविध प्रकारों और नामों के साथ जलेबी का आनंद लें और इस मिठाई की दिव्यता का अनुभव करें!
बहार से ही क्यों आप घर पर भी इस मिठाई को बनाकर इसका आनंद ले सकते हैं :
जलेबी बनाने के लिए मुख्य रूप से मैदा, पानी, मीठा, तेल चाहिए। ये साड़ी चीज़ें मिलकर जलेबी की मिठास और स्वाद को दर्शाती हैं। इसे बनाने की विधि में आपको मैदा: 900 ग्राम,उड़द दाल: 50 ग्राम (पानी में भिगोकर पीसी हुई),दही: 50 ग्राम (500 ग्राम मैदा में मिलाकर) और चाशनी के लिए 1 किलो चीनी को 300-400 एमएल पानी में उबालकर तैयार करें। चाशनी में स्वाद बढ़ाने के लिए नींबू रस, केसर, गुलाबजल या केवड़ा भी मिला सकते हैं।
ऐसे बनाएं जलेबी
दही के साथ मैदा मिलाकर दो दिन के लिए फर्मेंट होने के लिए छोड़ दें। बाकी मैदा को फर्मेंटेड घोल में मिलाकर जलेबी बनाएं।तैयार चाशनी में जलेबी को डुबोकर उसकी मिठास बढ़ाएं।ऐसे आप घर बैठकर ही अपने हाथो से बानी जलेबी के मज़े उठा सकते हैं।