जमशेदपुर : आज नवरात्रि का आठवां दिन है। इस दिन को दुर्गाष्टमी नाम से भी जाना जाता है। इस दिन ज्यादातर भक्त उपवास रखते हैं और देवी मां की आराधना करते हैं। इस दिन मां महा गौरी की पूजा की जाती है। उनको मां का स्वरूप माना जाता है। इस दिन यदि भक्त पूर्ण आस्था से उनकी सेवा करते हैं तो उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
पूजा विधि
1) नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। सवेरे ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर लें और साफ कपड़े धारण कर लें।
2) इसके बाद खुद पर और पूजा स्थल पर गंगाजल का छिड़काव कर लें। आसान पर एक साफ पीले या सफेद रंग का कपड़ा बिछा दें। फिर उसपर देवी मां की मूर्ति स्थापित करें।
3) उनको सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाएं। भोग में उनके पसंदीदा व्यंजन बनाएं।
4) उनके समक्ष एक घी का दीपक जलाएं और उनका ध्यान करते हुए उनकी धूप और दीप से आरती करें। उनसे प्रार्थना करें की वे आपको और आपके परिवार को सुरक्षित रखें।
महा गौरी देवी के पूजा का महत्व
मां महा गौरी को मातृत्व का स्वरूप माना जाता है। मान्यता क नुसार मां महा गौरी अपने भक्त जन को अपने संतान जैसा प्रेम करती हैं। महा गौरी देवी की निष्ठा से सेवा करने से भक्तों के सारे दुख दर्द मिट जातें हैं। जैसे एक मां हर एक मुसीबत से अपने संतान की रक्षा करती है ठीक उसी तरह महा गौरी भी अपने भक्तों की रक्षा करती हैं।
माता महा गौरी का भोग
इस दिन मां महागौरी को उनका पसंदीदा भोग चढ़ाइए।उनको पूड़ी, चना और हलवा बहुत पसंद है। उनको हलवा और पूड़ी का भोग लगाएं। साथ ही चना भी उनके भोग में शामिल करें। उनको सफेद मिठाई का भी भोग लगाएं। उनकी कृपा दृष्टि हमेशा आप पर बनी रहेगी।