जमशेदपुर: नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) पेपर लीक मामले में केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी है। इस फैसले के तहत नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के प्रमुख सुबोध कुमार सिंह को उनके पद से हटा दिया गया है।
केंद्रीय शिक्षा विभाग ने बिहार पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया है। रिपोर्ट में बताया गया कि नीट परीक्षा के जले हुए पेपर बिहार के एक केंद्र से बरामद किए गए थे। इसके बाद कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई। जांच के दौरान पता चला कि नीट का पेपर झारखंड के हजारीबाग के केंद्र से लीक हुआ था, और अन्य कई स्थानों पर भी गड़बड़ियों के मामले सामने आए।
नीट यूजी की परीक्षा 5 मई को NTA द्वारा पेन और पेपर मोड में आयोजित की गई थी, और इसका परिणाम 4 जून को जारी किया गया था। परिणाम जारी होने के तुरंत बाद ही पेपर लीक का मामला प्रकाश में आया, जिससे परीक्षा की सत्यनिष्ठा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए थे।
रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि NTA ने नियमों का उल्लंघन करते हुए लगभग 1567 छात्रों को ग्रेस मार्क दिए थे, जिससे एजेंसी की भूमिका पर संदेह उत्पन्न हुआ। इन सभी मुद्दों को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय शिक्षा विभाग ने पूरे मामले की समीक्षा की और सीबीआई को जांच की जिम्मेदारी सौंपी।
नई दिल्ली के शास्त्री भवन में सरकार के प्रतिनिधियों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों और सीबीआई के अधिकारियों के बीच कई घंटे की वार्ता के बाद यह निर्णय लिया गया। अब सीबीआई इस मामले की विस्तृत जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
सरकार के इस कदम से उम्मीद है कि नीट जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा की प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाए रखने में मदद मिलेगी।