जमशेदपुर : नवरात्रि का पहला दिन अश्विन महीने के प्रतिप्रदा तिथि यानी 3 अक्टूबर 2024 को है। हिन्दुओं में नवरात्रि का पर्व प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। यह पावन पर्व मां दुर्गा को समर्पित होता है। 9 दिनों तक नवरात्रि का पर्व चलता है जिसमे मां दुर्गा का बहुत आदर सत्कार किया जाता है। 9 दिनों में मां 9 रूपों में दिखाई देती है। नवरात्रि के पहले दिन देवी शैलपुत्री की पूजा की जाती है। मां शैलपुत्री की विधि अनुसार पूजा करने से भक्तों को आशीर्वाद मिलता है।
मां शैलपुत्री की पूजा विधि
नवरात्रि के पहले दिन देवी शैलपुत्री की पूजा का विधान है। हिमालय पुत्री होने के करना मां शैलपुत्री को इस नाम से जाना जाता है। नवरात्रि के पहले दिन सवेरे उठकर नहा धोकर साफ कपड़े पहन लें। भगवान की चौकी लें और उसपर गंगाजल का छिड़काव कर लें। इसके बाद मां दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर की स्थापना करें। मां दुर्गा के सामने धूप, दीप और देसी घी का दिया जलाएं। मां दुर्गा को भोग लगाएं और इसके बाद देवी शैलपुत्री की आरती उतारें। इसके बाद कथा और दुर्गा सप्तशती का पाठ कर लें।
प्रतिपदा तिथि
द्रिक पंचांग में बताया गया है की प्रतिपदा तिथि 3 अक्टूबर को सवेरे 12:18 बजे से शुरू होगी और 4 अक्टूबर को सवेरे 02:58 बजे इसका समापन होगा।
नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना
नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना की जाती है और मां दुर्गा से उनके जीवन पर कृपा दृष्टि बनाए रखने की प्रार्थना करते हैं।
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 06:14 बजे 07:21 बजे तक रहेगा। इस शुभ मुहूर्त में पूजा करने से आपको मनचाहा आशीर्वाद मिलेगा और देवी मां की कृपा आप पर सदा बनी रहेगी।