जमशेदपुर: झारखंड में 61 हजार पारा शिक्षकों के लिए एक बड़ी चिंता की बात सामने आई है। झारखंड शिक्षा परियोजना ने उनके मानदेय में चार फीसदी की सालाना बढ़ोतरी पर रोक लगा दी है। यह निर्णय तब लिया गया है। जब जनवरी में शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि की गई थी। लेकिन, अब अगस्त के भुगतान में भी यह बढ़ोतरी लागू नहीं होगी।
झारखंड सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली के तहत हर साल मानदेय में चार फीसदी की बढ़ोतरी का प्रावधान है। हालांकि, अब इस बढ़ोतरी को लेकर मार्गदर्शन वित्त विभाग से मांगा गया है। शिक्षा परियोजना ने स्पष्ट किया है कि यह बढ़ोतरी मूल मानदेय के आधार पर होगी या पिछले वर्ष की बढ़ोतरी के बाद के मानदेय पर—इस संबंध में अभी निर्णय नहीं हुआ है।
इसके अलावा, जो पारा शिक्षक आकलन परीक्षा में सफल होते हैं, उन्हें 10 फीसदी की बढ़ोतरी का लाभ भी मिलेगा। लेकिन इस बढ़ोतरी का निर्धारण भी सरकार के दिशा-निर्देशों पर निर्भर करेगा।
शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन ने कहा है कि जैसे ही वित्त विभाग से दिशा-निर्देश मिलेंगे, चार फीसदी बढ़ोतरी के साथ मानदेय का भुगतान कर दिया जाएगा।
इस स्थिति ने पारा शिक्षकों के बीच निराशा और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है, क्योंकि यह उनकी आर्थिक स्थिरता पर गहरा असर डालता है।