जमशेदपुर: कुत्तों के काटने की घटनाएं अब रोज़मर्रा की बात बनती जा रही हैं। हाल ही में दिल्ली में एक उद्योगपति की दर्दनाक मौत ने इस मुद्दे को फिर से सुर्खियों में ला दिया है। सोनारी में शनिवार को कुत्तों ने कई लोगों काटा है। क्या आप जानते हैं, हर साल दुनिया भर में कुत्तों के काटने के 10 करोड़ मामले सामने आते हैं, और इनमें से भारत में 28 लाख मामले दर्ज होते हैं?
क्या होता है कुत्ते के काटने से ?
कुत्ते का काटना आमतौर पर एक गंभीर समस्या है। अगर आपको कुत्ते ने काटा है और आपने समय पर रेबीज का टीका नहीं लगवाया, तो यह आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। कई लोग कुत्ते के काटने के बाद झाड़-फूंक या घरेलू उपायों का सहारा लेते हैं, जो कि बेहद खतरनाक है।
कितना गंभीर मामला है रेबीज ?
रेबीज एक घातक वायरस है, जो कुत्ते के काटने के बाद इंसान के दिमाग को प्रभावित कर सकता है। इसके लक्षण शुरू में बुखार और झुनझुनी से शुरू होते हैं, लेकिन यह तेजी से बढ़ता है। अगर समय पर इलाज नहीं मिला, तो यह मृत्यु का कारण बन सकता है।
क्या कहे हैं आंकड़े ?
-भारत में कुत्तों के काटने से होने वाली मौतों में भारत पहले स्थान पर है, जहां हर साल 20,000 से ज्यादा लोग रेबीज से मरते हैं।
-विश्व में हर साल लगभग 60,000 लोगों की जान जाती है, जिनमें से 99% कुत्तों के काटने से होते हैं।
किसे है सबसे ज्यादा खतरा?
कुत्ते सबसे ज्यादा बच्चों को काटते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, अमेरिका में 50% बच्चों को कुत्ते काट चुके हैं। इसलिए, बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
यदि आपको किसी कुत्ते ने काटा है तो क्या करें ?
अगर आपको कुत्ते ने काटा है, तो तुरंत ये करें :
-फौरन डॉक्टर से संपर्क करें और रेबीज का टीका लगवाएं।
-कोई भी घरेलू उपाय करें, जैसे हल्दी या नमक लगाना।
-टीकाकरण की प्रक्रिया का पालन करें: पहला टीका तुरंत लगवाएं , दूसरा टीका 3 दिन बाद और तीसरा टीका 7 दिन के बाद लगाएं .
इन बातों का रखें खास ध्यान :
कुत्ते के काटने के मामले में लापरवाही न करें। हर साल लाखों लोग इस समस्या का शिकार होते हैं, लेकिन सही जानकारी और समय पर इलाज से इसे रोका जा सकता है। आपका स्वास्थ्य आपके हाथ में है। सुरक्षित रहें, सतर्क रहें और कुत्तों से दूरी बनाए रखें!