मुंबई: टीवी की जानी मानी एक्ट्रेस, हिना खान स्टेज 3 ब्रैस्ट कैंसर की शिकार हो गई थीं. आपको बता दें कि हिना फिलहाल कैंसर के रोग से छुटकारा पाने के लिए कीमोथेरेपी का सहारा ले रही है. अब तक वो इस थेरेपी के 5 सेशंस पुरे कर चुकी हैं. तकलीफ और दुःख की बात ये है कि इस थेरेपी से साइड इफ़ेक्ट से हिना mucositis का शिकार हो चुकी हैं. अपनी सोशल मीडिया के जरिए हिना ने बताया कि mucositis कीमोथेरेपी का ही एक साइड इफ़ेक्ट है. कीमोथेरेपी कैंसर के सेल्स को मारने के लिए एक इलाज के रूप में किया जाता है. हिना ने बताया कि इसके कारण उन्हें खाने में काफी तकलीफ हो रही है .
हिना का कहना है कि mucositis कीमोथेरेपी का ही एक साइड इफ़ेक्ट है. उन्होंने कहा कि वो डॉक्टर्स के सारे आदेशों का पालन कर रही हैं. ताकि वो जल्द से जल्द ठीक हो सकें. उन्होंने अपने पोस्ट में लोगों से ये भी पूछा कि अगर किसी को ये हुआ हो या किसी को इसकी जानकारी हो तो वो उन्हें जरुर गाइड करें. उन्होंने कहा कि उन्हें खाने में भी दिक्कतें हो रही हैं. उनका कहना है कि किसी की सलाह या रेमेडी अभी उनके लिए बहुत आवश्यक है और वही उन्हें ठीक होने में उनकी मदद करेगी. हिना ने कहा कि इस स्थिति में उनके मुंह में घाव और छाले हो गए हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि ये कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी का नतीजा है.
हिना ने आगे ये भी कहा कि इस कैंसर के खत्म होने के कुछ ही हफ़्तों के बाद ये भी ठीक हो जाएगा. UK National Health Service (NHS) के तहत mucositis के लक्षण कीमोथेरेपी शुरू करने के 1 से 2 हफ़्तों के बीच ही दिखने लगते हैं. इससे मुंह में जलन सुजन और छाले पड़ने लगते हैं. यह स्थिति तब होती है जब कैंसर के उपचार मुंह से लेकर गुदा तक पाचन तंत्र की तेजी से बढ़ने वाली सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं। इस नुकसान से शरीर में उल्सर्स या इन्फेक्शन होने के चान्सेस बढ़ जाते हैं. म्यूकस मेम्ब्रेन, जो शरीर के उन हिस्सों को रेखाबद्ध करती है. जो हवा के साथ संपर्क करते हैं, जैसे मुंह और पाचन तंत्र. इन क्षेत्रों की रक्षा के लिए म्यूकस का उत्पादन करती है। मुंह के अंदर की परत, जिसे मुकोसा कहा जाता है. मुकोसा बहुत सेंसिटिव होती है. आपको बता दें कि कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी के हालात में ऐसा होना एक आम बात है.
कैसे पता करें mucositis ?
ओरल म्यूकोसाइटिस ज्यादातर कैंसर के इलाज, विशेष रूप से कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी की सबसे आम, दुर्बल करने वाली जटिलता है। इससे बहुत साड़ी मुश्किलें आ सकती हैं. आपको बता दें इससे दर्द,पोषण संबंधी समस्याएं, खाने में तकलीफ एंड मुकोसा में इन्फेक्शन होने का डर रहता है. ORAL CANCER FOUNDATION ने mucositis के कुछ लक्षण बताये है.आईये जानें:
mucositis से पीड़ित लोगों के मसूड़े लाल ,चमकीले या सूझे हुए हो सकते हैं. मुह में खून भी आ सकता है.मुंह,मसूड़े,और जीभ पर घाव होने का दर रहता है. मुंह और गले में दर्द की शिकायतें रहती हैं. खाने चबाने या निगलने में तकलीफ होती है. खाते वक़्त मुंह में जलन, मुंह का सुख जाना या जलन भी इसके लक्षण हो सकते हैं. जीभ या मुंह के हिस्सों में सफ़ेद परत या पस जमा हुआ हो सकता है. mucositis से पीड़ित लोगों का म्यूकस बाधा हुआ होता है. साथ ही सलाईवा भी गाढ़ा हो जाता है.
mucositis आखिर होता क्यूं हैं ?
आपको बता दें कि mucositis होने के कई कारण हो सकते हैं : राब ओरल या डेंटल हेल्थ ,तम्बाकू चबाना या दारू का सेवन करना ,डिहाइड्रेशन ,बॉडी के मास इंडेक्स का लो होना, किडनी की बीमारियाँ, दयीबीटिस, HIV /AIDS का होना, पहले हुआ कोई कैंसर का इलाज. आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि mucositis होने के ज्यादा चांसेस महिलाओं को हैं. ओने हयिजिन और हेल्थ का ख़ास ध्यान रखें और ऐसी बिमारियों से दूरी बनाए रखें.