दो स्टुडेंट्स ने रच दिया इतिहास, सीधे बन गए बांग्लादेश के कैबिनेट मंत्री
ढाका: बांग्लादेश के ढाका यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने वाले दो छात्रों नाहिद इस्लाम और मोहम्मद आसिफ ने इतिहास रच दिया है। इन दोनों ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजिद के खिलाफ आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलन छेड़ा था। अब नई अंतरिम सरकार में यह दोनों कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। इतिहास में शायद ही कभी ऐसा हुआ हो कि कोई छात्र अपने छात्र जीवन से ही सीधे कैबिनेट मंत्री बन गया हो। आमतौर से छात्रों को यह सफर तय करने में कई साल लगते हैं।
देश के आईटी मिनिस्टर बने हैं छात्र नाहिद
ढाका यूनिवर्सिटी के छात्र नाहिद इस्लाम भी मंत्री बने हैं। उन्हें टेलीकम्युनिकेशन और इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी का मंत्री बनाया गया है। एम सखावत हुसैन पूर्व ब्रिगेडियर जनरल हैं। उन्हें गृह मंत्री बनाया गया है। एएफएम खालिद हुसैन धार्मिक मामलों के मंत्री बनाए गए हैं। ग्रामीण बैंक की पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर नूरजहां बेगम को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री बनाया गया है।
स्टूडेंट आसिफ में मोहम्मद बने केंद्रीय खेल मंत्री
आसिफ मोहम्मद भी ढाका यूनिवर्सिटी के छात्र हैं। इन्हें युवा एवं खेल मंत्री बनाया गया है।
बांग्लादेश के पूर्व डिप्टी अटॉर्नी जनरल आदिलुर रहमान खान उद्योग मंत्री बने हैं। बांग्लादेश के पूर्व अटार्नी जनरल एएफ हुसैन आरिफ को ग्रामीण विकास मंत्री बनाया गया है। फरीदा अख्तर को मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री बनाया गया है। शरमीन मुर्शिद समाज कल्याण मंत्री बने हैं।
बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस ने अपना कैबिनेट तैयार कर लिया है। विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया है। मोहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार के चीफ एडवाइजर हैं। प्रधानमंत्री ऑफिस वही संभालेंगे। इसके अलावा रक्षा, शिक्षा, रोड ट्रांसपोर्ट एंड ब्रिजेज, फूड मिनिस्ट्री, हाउसिंग एंड पब्लिक वर्क्स, कृषि साइंस एंड टेक्नोलॉजी, रेलवे और वॉटर रिसोर्सेस समेत अन्य कई विभाग उन्होंने अपने पास रखे हैं। बांग्लादेश बैंक के पूर्व गवर्नर रहे सलाउद्दीन अहमद को वित्त मंत्री बनाया गया है। प्लानिंग मिनिस्ट्री का भी चार्ज उनके पास है। ढाका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आसिफ नजरुल को न्याय, कानून और संसदीय कार्य मंत्री बनाया गया है। बांग्लादेश के पूर्व सचिव एवं तौहीद हुसैन को विदेश विभाग दिया गया है। रिजवाना हसन को पर्यावरण एवं वन मंत्रालय दिया गया है।
हिंदू मंत्रियों को शपथ ग्रहण के बाद मिलेगा विभाग
कैबिनेट में सुप्रदीप चकमा और विधान रंजन राय भी शामिल किए गए हैं। सुप्रदीप चकमा, विधान रंजन राय और फारूक ए आज़म को अभी कोई विभाग नहीं दिया गया है। क्योंकि, यह तीन मंत्री शपथ ग्रहण समारोह के दिन ढाका से बाहर थे और शपथ नहीं ले सके थे। उनके लिए शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा और उनके शपथ लेने के बाद इन्हें भी मंत्रालय सौंपा जाएगा।