जन्माष्टमी 2024: जानिए इस साल किस तिथि में पड़ रहा है जन्माष्टमी का पर्व, किस शुभ मुहूर्त में करें बाल गोपाल की विधि अनुसार पूजा
जमशेदपुर : हिन्दुओं के लिए जन्माष्टमी सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। लोग बड़े आस्था से इसे मनाते हैं। इस दिन बाल गोपाल के जन्म को बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है। लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं और कई जगहों पर तो मटकी फोड़ की प्रथा भी है। बाल गोपाल को शुभ मुहूर्त में विधि अनुसार पूजा जाता है। उनको झूले पर झुलाया जाता है और उनकी आरती उतारी जाती है। उनको लड्डू, माखन और अनेक प्रकार की मिठाइयों का भोग लगाया जाता है। चालिए जानते हैं जन्माष्टमी से जुड़ी कुछ खास बातें।
1) जन्माष्टमी व्रत : मान्यता के अनुसार जो लोग जन्माष्टमी के दिन व्रत रखते हैं और कृष्ण जी की पूजा करते हैं, उनकी मनोकामना पूरी होती है। उन्हें पुण्य की भी प्राप्ति होती है।
2) पंचांग के अनुसार : पंचाग के अनुसार, भाद्र महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरूआत रविवार 25 अगस्त को शाम 6:09 बजे हो जाएगी। इसके बाद, अगले दिन सोमवार 26 अगस्त को शाम 4:49 बजे इसकी समाप्ति होगी।
3) ज्योतिष ज्ञान : ज्योतिषियों की मानें तो इस साल जन्माष्टमी पर चंद्रमा वृषभ राशि में होंगे, जिसक वजह से जयंती योग बनता दिख रहा है। इस योग में पूजा करना काफी शुभ माना जाएगा। 26 अगस्त को जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त 12:01 बजे से 12:45 बजे तक रहेगा।
4) धार्मिक मान्यता : धार्मिक मान्यता के अनुसार जो लोग जन्माष्टमी के दौरान व्रत का पालन करते हैं, उन्हें 100 जन्मों के पापों से मुक्ति मिल जाती है। मृत्यु के बाद उन्हें बैकुंठ में सुख भोगने को मिलता है।
5) रोहिणी नक्षत्र : जन्माष्टमी वाले दिन रोहिणी नक्षत्र की शुरुआत 26 अगस्त को सुबह 6:25 बजे से होगी और इसकी समाप्ति 27 अगस्त को सुबह 6:08 बजे होगी।भक्त 27 अगस्त 6:36 बजे अपना व्रत तोड़कर पारण कर सकते हैं।
6) कृष्ण जन्माष्टमी: जन्माष्टमी, जिसे कई लोग कृष्ण जन्माष्टमी और गोकुलहतमी के नाम से भी जानते हैं। ये भगवान विष्णु के दशावतारों में से आठवें और चौबीस अवतारों में से बाईसवें श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के लिए मनाया जाता है। पूरे देश में इसे काफी अच्छे से मनाया जाता है।